यह बात गलत है….
आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के वार्ड क्रमांक एक स्थित सार्वजनिक शौचालय का हाल है। जहां दरवाजे टूट-फूट रहे हैं, वही आसपास खासी गंदगी पसरी हुई है। जिसके चलते सुविधा का इस्तेमाल नही हो पा रहा है। हालांकि अयोध्या बस्ती के नाम से जाने वाले इस इलाके में लोगों को आवास योजना का लाभ मिला है। जिसके साथ शौचालयों का निर्माण हो चुका है। बावजूद यहां कमरेनुमा घरों में निवासरत लोगों के अलावा अन्य गरीबों के लिए यह सुविधा खुले में शौच जैसे कलंक को मानो पूर्ण विराम था। परंतु समय के मान से या यूं कहें कि साफ सफाई के अभाव में व्यवस्थ बेपटरी हो चली है। जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। अन्यथा यहां व्याप्त गंदगी के चलते आसपास के लोगों का बुरा हाल है। ठीक साइड से गुजरी सड़क से गुजरना चुनौती समान लगता है। यही कारण है कि यहां रहने वाले लोग अन्य रास्तों से आवाजाही करते हैं। वहीं इन सबके बीच कोई भूला भटका यहां पहुंच जाए तो वह कहना नही चूकता, कि यह बात गलत है।