अनोखा तीर, हरदा। कृषि विज्ञान केन्द्र हरदा के वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश कुमार व डॉ.मुकेश कुमार बंकोलिया ने गुरूवार को ग्राम नकवाड़ा, बूंदड़ा, बालागांव, कनारदा, सुखरास, कुकरावद व रहटा का भ्रमण कर ग्रीष्मकालीन मूंग फसल का निरीक्षण किया। कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख डॉ.संध्या मूरे ने बताया कि वर्तमान में मूंग फसल वानस्पतिक वृद्धि व विकास की स्थिति में है, निरीक्षण के दौरान फसल में किसी प्रकार का रोग व कीटों का प्रकोप नहीं देखा गया। फसल सामान्य रूप में देखी गई। फसल की निरंतर निगरानी हेतु कृषकों को सलाह दी गई। निरीक्षण के दौरान मूंग की फसल पर भभूतिया रोग के लक्षण दिखाई देने पर नियंत्रण हेतु फफूंदनाशी दवा क्लोरोथेलोनील की मात्रा 500 ग्राम प्रति एकड़ अथवा टेबुकोनाजोल$सल्फ़र 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से शाम या सुबह के समय छिड़काव करने की सलाह दी गई। मौसम को देखते हुए किसानों को मूंग फसल का निरंतर निरीक्षण करने की समझाइश दी गई और इल्ली आदि के नियंत्रण हेतु कीटनाशी दवा प्रोफेनोफास व सायपरमेथ्रिन 500 मिली प्रति एकड़ अथवा इंडोक्साकार्व 14.5 एस सी 200 मिली प्रति एकड़ की दर से 120-125 लीटर पानी के साथ पॉवर पम्प द्वारा सुबह शाम छिड़काव सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई। डॉ. मूरे ने किसानों से अपील की है कि फ़सल में किसी अन्य कीट रोग से संबंधित जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, कोलीपुरा में आकर परामर्श ले सकते हैं।
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