आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के मुख्य बाजार घंटाघर से लगा आबादी क्षेत्र है। जहां एक लाइन में रहवासी तथा दूसरी लाइन में व्यवसाय होता है। वहीं चार कदमों की दूरी पर बाजार प्रारंभ हो जाता है। जिसके चलते यहां लोगों की खासकर महिलाओं की आवाजाही रहती है। ऐसे में यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कुछ ऐसी हाल गुरूवार का देखने को मिला। जब, खिरबड़कर की गली के नाम से विख्यात इस मार्ग पर आवारा मवेशियों का जमघट लगा देखा। यह कोई एक जगह पर नही बल्कि ओर भी जगह यही हाल है। जिसके कारण राहगिरों को असुविधा लाजमी है। वहीं दूसरी ओर आवरा मवेशियों की धरपकड़ की कार्रवाई शून्य पड़ी है। फलस्वरूप नगर के विभिन्न मार्गो वा आवारा मवेशियों की मौजूदगी सुगम आवागमन में खासी खलल पैदा करती है। जिसको देखकर लोग दो टूक बोल देते हैं, कि यह बात गलत है।