आठनेर– बाकुड के सैकड़ों किसानों द्वारा दो दिन पुर्व आठनेर तहसील पहुंचकर लालखेडी मार्ग बनाने को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही कि मांग कि थी परन्तु आज तक मौके का निरीक्षण करने ना जनपद पंचायत के कोई अधिकारी मौके पर पहुंचे ना राजस्व विभाग के अधिकारि मौके पर पहुंचे। प्रतिदिन कारवाई की राह देख रहे किसानों की उम्मीद कमजोर होती नजर आ रही है दरअसल कुछ ही दिनों बाद बारिश शुरू होने वाली है मामला थोड़ा लेट हुआ तो बाकुड से लालखेडी मार्ग बनना मुश्किल है। ऐसे में किसानों को पुनः बाकुड जलाशय से होकर लालखेडी होते हुए 11/12 किलोमीटर का सफ़र तय करना पड़ेगा पुरी बारिश में किसान परेशानियों के साथ उपज तैयार करने को मजबूर होगा।
अन्नदाताओं की गुहार अब तो गुमराह मत करो सहाब
लम्बे वर्षों से रास्ते की रहा देख रहे किसानों की उम्मीद सिस्टम के सामने कमजोर पड़ने लगी जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों को आवंटित रास्ता देने के बावजूद सिस्टम द्वारा आज तक मार्ग नहीं बना पाया।जो अपने आप में बडा सवाल है। आखिर अपने हक के लिए किसानों को वर्षों से अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगाने पड रहे। किसानों कि मानें तो बिना रास्ते की खेती करना वह भी बारिश के दिनों में कितनी परेशानी का काम है यह केवल एक किसान की परेशानी एक किसान ही समझ सकता है। वहीं किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जान बुझ कर मामले को लेट किया जा रहा है ताकि जल्द बारिश लगे और मामले को रफा-दफा कर पुनः ठन्डे बस्ते में डाल दिया जाए परन्तु आक्रोशित किसानों ने कहा कि मार्ग का जल्द कार्य प्रारंभ नहीं नहीं किया गया तो किसानों द्वारा उग्र प्रदर्शन कर आन्दोलन किया जाएगा।