यह बात गलत है….
: आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के खंडवा बायपास स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के बाहर का दृश्य है। जहां बारिश के दिनों में आना-जाना किसी चुनौती से कम नही है। खासकर महिला वर्ग के लिये यह एक बड़ी दुविधा है। जानकारी के अनुसार यहां स्थित शासकीय भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग के अलावा बाल कल्याण समिति, किशोर न्यायालय व महिला सशक्त वाहिनी कक्षा का भी संचालन होता है। ऐसे में यहां हर रोज महिला तथा बच्चों के अलावा उनके अभिभावकों की आवाजाही लगी रहती है। बावजूद यहां की दशा को सुधारने की कवायद नही की गई है। जबकि समस्या मुख्यद्वार पर खड़ी है। इस संबंध में जागरूक नागरिकों का कहना है कि यही भवन अगर किसी बड़े अफसर का होता तो तस्वीर कुछ ओर होती। मगर यहां की सुध कौन ले ? यह बात शीर्ष पर है। क्योंकि इस भवन के सामने करीब 2 से 3 फीट पानी भरा रहता है, जो मुख्यद्वार पर पहुंच जाने की बात कही जा रही है। बारिश थमने के बाद भी भवन के बाहर कीचड सा माहौल रहता है। इसलिये जरूरी है कि यहां पक्का मटेरियल अथवा जीरो गिट्टी डलवाई जाएं। तभी आवागमन सुलभ होगा। क्योंकि इन सबके अभाव में हर आता-जाता व्यक्ति ये कहना नही चूकता, कि यह बात गलत है।