नेमावर टीआई राजाराम वास्कले को दी अंतिम विदाई, पुलिस ने दिया गार्ड आफ आनर
बड़वानी जिले में गृहग्राम कोयडिय़ा में हुआ अंतिम संस्कार, राजाराम वास्कले अमर रहे के गूंजे नारे
देवास। नेमावर हादसे में दिवंगत टीआई राजाराम वास्कले को नम आंखों से दी अंतिम विदाई दी गई। जहां उनके गृहग्राम कोयडिया स्थित निवास से अंतिम यात्रा निकाली गई। गार्ड ऑफ ऑनर सम्मान किया गया। लोहारा घाट पर नर्मदा नदी के किनारे अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल, पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन, कलेक्टर डॉ.राहुल हरिदास, एसपी पुनीत गेहलोद, राजपुर विधायक पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बड़वानी विधायक प्रेम सिंह पटेल बड़वानी कलेक्टर राहुल फर्टिंग पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत सहित समस्त जनप्रतिनिधि व प्रशासन अधिकारी मौजूद रहे। कैबिनेट मंत्री, पूर्व गृहमंत्री, कलेक्टर एसपी ने अर्थी को कंधा दिया। इस दौरान हजारों की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शहीद राजाराम वास्कले को श्रद्धांजलि दी। कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होंगे। शहीद पुलिस अफसर राजाराम वास्कले के परिवार की इस दुखद घड़ी में मध्यप्रदेश शासन उनके साथ खड़ा है और हमेशा उनके परिवार का ध्यान रखा जाएगा।
इससे पहले सीएम शिवराज ने राजाराम वास्कले को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि वास्कले एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे और कर्तव्यों की पूर्ति करते हुए उन्होंने अपना बलिदान दिया। मैं हमारे ऐसे बहादुर साथी के चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। उनका परिवार जिसमें उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं का ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है और इसलिए सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि भेंट करेंगी।’ इतना ही नहीं, शिवराज ने कहा कि वास्कले का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
बता दें कि देवास जिले के नेमावर थाने में पदस्थ थाना प्रभारी राजाराम वास्कले अच्छे तैराक थे। वे एक शव निकालने के लिए नदी में कूदे थे, लेकिन भंवर में फंस गए गोताखोरों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन उपचार के दौरान थाना प्रभारी की मौत हो गई। नेमावर के समीप कुंडगांव में जामनेर नदी पर स्टापडेम बना है। यहां अज्ञात शव की सूचना मिली थी। इस पर टीआई वास्कले मौके पर पहुंचे। उन्होंने डैम में शव देखा था। गोताखोर दल आता, इससे पूर्व ही टीआइ स्वयं नदी में कूद गए। उनकी मौत से पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।
40 वर्षीय वास्कले मूल रूप से बड़वानी जिले के निवासी थे। पिछले दो साल से नेमावर थाने में पदस्थ थे। परिवार में पत्नी और छोटा बेटा है। करीब एक माह पहले ही बेटी का जन्म भी हुआ है। वास्कले उज्जैन साइबर क्राइम में भी पदस्थ रह चुके थे। अपनी कार्यशैली के कारण उनकी विशिष्ट पहचान थी।