जन्मजात ह्रदय रोग से पीड़ित नन्हे-मुन्ने बच्चों का होगा उपचार
सांसद श्री पटेल ने वितरित किये स्वीकृति पत्र
आरबीएसके के तहत 40 बच्चों के उपचार के लिए 48 लाख 50 हजार की स्वीकृति
खरगोन- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 20 फरवरी को जिला स्तर पर मुख्यमंत्री बाल ह्दय उपचार योजना अंतर्गत शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर में आरबीएसके टीम द्वारा 84 बच्चों की जांच की गई थी। इनमें 55 ह्दय रोग से ग्रसित बच्चों को चिन्हांकित किया गया था। शनिवार को सांसद गजेंद्र पटेल ने जन्मजात ह्रदय रोग से पीड़ित नन्हे-मुन्ने बच्चों के उपचार के लिए शासन द्वारा स्वीकृत राशि के स्वीकृति पत्र प्रदान किये। चिन्हांकित बच्चों का उपचार इंदौर के अरविंदों अस्पताल और राजश्री अपोलो अस्पताल में होगा। सांसद श्री पटेल ने कहा कि 84 बच्चों में से 55 बच्चों में दिल की बिमारी पाई गई। 55 में से 40 बच्चों की समस्त कार्यवाही पूर्ण कर स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। इनमें कसरावद के 10, भीकनगांव के 8, भगवानपुरा के 3, बड़वाह केे 2, गोगावां के 5, ऊन के 4, खरगोन शहरी के 4, महेश्वर के 2, सेगांव के 1, झिरन्या के 1 सहित कुल 40 बच्चों के उपचार के लिए स्वीकृति पत्र शामिल है। इनके लिए कुल 48 लाख 50 हजार रूपये की कुल स्वीकृत राशि है। इसके साथ ही आरबीएसके कार्यक्रम द्वारा अप्रैल 22 से अब तक ह्दय रोग के 55, न्यूरल टयूब डिफेक्ट के 17, कॉक्लियर इंम्प्लांट के 8, क्लब फुट के 74, आंखों के भेंगापन के 12, मोतियाबिंद के 10, कटे-फटे होट के 34 की सर्जरी कराई जा चुकी हैं। सीएमएचओ कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा, एसपी धर्मवीरसिंह और एसडीएम ओएन सिंह ने ह्दय रोग से ग्रसित बच्चों कोड लाड़ दुलार किया। बच्चों के माता-पिताओं से भी चर्चा की। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. डीएस चौहान भी उपस्थित रहे।