नवीन बालिका छात्रावास…. एक साल बीता ! अब तक नही लगे कैमरे
छात्रावास की सड़क में हुई लंबी दरारे - परिसर में जंगली झाड़ियों की भरमार
अनोखा तीर, हरदा। जिला मुख्यालय पर डॉ भीमराव अम्बेडकर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के अधीन नवीन बालिका छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर नही दिख रहा है। यही कारण है कि करीब एक साल बाद भी नया छात्रावास भवन सीसीटीव्ही कैमरों से लैस नही हुआ है। जिसके चलते यहां की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। जबकि इसी भवन के साथ उत्कृष्ट विद्यालय के पीछे बालक छात्रावास भी बना था। जहां कैमरे लगाए जा चुके हैं। परंतु बालिका छात्रावास में कैमरे नही लगे हैं, जो स्वत: कई सवालों को जन्म देता है। इस कड़ी में जब व्यवस्था को करीब से देखना चाहा तो मालूम हुआ कि यहां कई अव्यवस्थाएं व्याप्त हैं। जिसमें बालिका छात्रावास से लगी जीपी मॉल की बाउंड्रीवाल को ऊंचा करने की दरकार है। वहीं एक साल पहले करोड़ों की लागत से तैयार छात्रावास की दीवारे दरकने लगी हैं। जो यह दर्शाती हैं कि छात्रावास के निर्माण कार्य दौरान किस तरह लापरवाही बरती गई है। जिस पर जिम्मेदार अधिकारियों का मानो मौन संरक्षण मिला हो। परिणामस्वरूप महज एक साल में निर्माण कार्य की परतें खुलने लगी हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्कृष्ट विद्यालय के ठीक पीछे बने बालिका छात्रावास का पिछले साल सितम्बर माह में जनप्रतिनिधियों ने लोकार्पण किया था। 100 सीटर छात्रावास में कुल 25 कमरे हैं। वहीं एक हॉल में पुस्तकालय तथा दूसरे हॉल में कम्प्यूटर कक्ष स्थापित किया गया है। यहां छात्रावास के लोकार्पण के साथ ही छात्राओं को सुविधा मुहैया कराई है, जो यहां रहकर पढ़ाई कर रही हैं। किंतु इन सबके बीच शिक्षा विभाग भवन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उदासीन नजर आ रहा है। इस संबंध में छात्रावास प्रमुख से चर्चा करना चाहा, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते वे छात्रावास में नही मिल पाई। यहां तैनात कर्मचारी ने बताया कि छात्रावास में कैमरे लगाने के लिये कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। जैसे ही आवंटन प्राप्त होगा, कैमरे लगवाएं जाएंगे।
जगह-जगह से फूटी सड़क
छात्रावास के साथ ही परिसर में सुरक्षित आवागमन की दृष्टि से सीसी सड़क बनाई गई थी, जो कि जगह-जगह से फूट रही है। सड़क में लंबी दरारे पड़ गई हैं। जिसमें खरपतवार उगने लगी हैं। यही हाल रहा तो दरारे दिनों दिन बढ़ती चली जाएंगी। स्थिति यह है कि सड़क को मरम्मत की नितांत जरूरत है।
परिसर में उग रहीं झाड़िया
इसके अलावा छात्रावास के ठीक सामने मैदान नुमा जगह छोड़ी गई है। जहां कोई भी आयोजन अथवा खेल प्रतियोगिता कराई जा सकती है। लेकिन परिसर का बारिश के दिनों में बुरा हाल है। क्योंकि पूरा परिसर जंगली झाड़ियों से पट गया है। हालांकि, कर्मचारी के मुताबिक परिसर की समय-समय सफाई की जाती है।
कचरा निपटान के बजाय आग के हवाले
यहां यह भी देखने को मिला कि छात्रावास से निकलने वाले कचरे को निपटान की कोई व्यवस्था नही है। जिसके चलते कचरे को परिसर के एक कोने में एकत्रित कर आग के हवाले कर दिया जाता है, जो कि वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है। बावजूद , कचरा निपटान को लेकर कोई प्रयास नही किया जा रहा है। जबकि छात्रावास से निकलने वाले कचरे को नपा के कचरा वाहन के माध्यम से एक च्ििन्हत स्थल तक पहुंचाया जा सकता है। परंतु इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास नही किए जाने से कचरे को छात्रावास परिसर में ही जलाना पड़ रहा है।
इनका कहना….
सीसीटीवी कैमरे की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है, जो जल्द ही लगवाएं जाएंगे। इसके अलावा परिसर में अगर कचरा जल रहा है तो यह गलत है। मैं कल ही इसे दिखवाता हूॅ।
एलएन प्रजापति
जिला शिक्षा अधिकारी