नई दिल्ली- जानी-मानी मलयाली उपन्यासकार और लघु कथा लेखक पी. वल्सला का कोजीकोड के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 85 वर्ष की थी।
वल्सला के लगभग 20 उपन्यास और तीन सौ से अधिक लघु कथाएँ प्रकाशित हुई। उन्होंने कई जीवनियाँ, यात्रा वृतांत और बच्चों की कहानियाँ लिखीं। उनके महत्वपूर्ण उपन्यासों में नेल्लु, अग्नियम, कूमांकोल्ली, अरक्किलम, विलापम शामिल हैं। पी. वलसाला उत्तरी केरल के एक जिले कोझिकोड में रहतीं थी।
उन्हें कथाकार थिरुनेल्ली के रूप में जाना जाता था, क्योंकि उनके अनेक लेखों में वायनाड जिले के आदिवासियों के जीवन को दर्शाया गया था। वल्सला ने केरल साहित्य अकादमी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। उन्हें एज़ुथच्चन पुरस्कार और केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।