अनोखा तीर, हरदा। मुख्यालय पर नवनिर्मित भाजपा कार्यालय कमल कुंज को लेकर मामला गर्मा गया है। कार्यालय के भूमिपूजन शिलालेख की दुर्दशा देख करणी सेना ने शुक्रवार को मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, वर्ष २०१६ में सांसद एवं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान ने हरदा में भाजपा कार्यालय का भूमिपूजन किया था। इस दौरान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष समेत अन्य जनप्रतिनिधियों के नाम का एक शिलालेख प्रस्तावित स्थल पर लगाया गया था। इसी क्रम में करीब 6 साल बाद यानि वर्ष २०२३ में बनकर तैयार हो चुके भाजपा कार्यालय में भूमिपूजन का उक्त शिलालेख नदारद मिला। करणी सेना ने जब इसकी पड़ताल की तो मालूम हुआ कि शिलालेख भाजपा कार्यालय के पीछे अव्यवस्थित ढंग से रखा हुआ है। तभी शिलालेख की अनदेखी को लेकर करणी सेना ने अपनी नाराजगी जताई। वहीं भाजपा की जिला इकाई पर सवाल दागे हैं। करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत के नेतृत्व में समाज के युवाओं ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर उक्त शिलालेख को ससम्मान उठाया गया। साथ ही स्वच्छ पानी से शिलालेख का स्नान कराया। वहीं पूरी तरह साफ भी किया। इस दौरान युवाओं ने इस लापरवाही पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मामले को असहनीय करार दिया। वहीं इसे सामाजिक हस्ती भाजपा के वरिष्ठ नेता स्व. नंदकुमार सिंह चौहान का अपमान माना है। इतना ही नही, यह भी कहा कि परिवारवाद पर तंज कसने वाली भाजपा पर खुद इसे बढ़ावा दे रही है। जिलाध्यक्ष श्री राजपूत ने कहा कि भाजपा कार्यालय का नाम कमल कुंज रखा गया है, जो कि व्यक्ति विशेष के प्रभाव को दर्शा रहा है। जबकि कार्यालय की नींव रखने वाले भाजपा के कद्दावर नेता स्व नंदकुमार चौहान जो कि 8 बार सांसद, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहकर पार्टी एवं जनता की सेवा की है। उनके नाम का शिलालेख इस हालत में मिलना दुखदायी है। वहीं पार्टी को सींचने वाले नेता की अनदेखी समान है। इस मौके पर राजपूत समाज के युवाओं के साथ ही करणी सैनिकों ने भाजपा कार्यालय का नाम बदलकर स्व नंदू भैया के नाम रखने की मांग की है। इसी मुद्दे पर राजपूत समाज के युवा सदस्यों ने देर शाम समाज के छात्रावास में एक प्रेसवार्ता भी आयोजित की।
Views Today: 2
Total Views: 36