देवास- आंगनवाड़ी-स्कूल में मध्यान्ह भोजन बनाने वाली सांझा-चूल्हा की बहनों ने हड़ताल पिछले 10 दिनों से प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ के आव्हान पर जारी है। जिससे जिले कई आंगनबाड़ी और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं हो पा रहा। जिला मुख्यालय सहित तहसील व ब्लॉक स्तर पर विभिन्न प्रयोग कर प्रतिदिन धरना दे रही है। संगठन की महिलाओं ने लंबित मांगों को लेकर सरकार को जगाने के लिए थाली-चम्मच बजाकर प्रदर्शन किया था। किंतु सरकार आज तक उनकी मांगे पूरी नही की। महासंघ जिलाध्यक्ष ज्योति अर्जुन बैरागी ने बताया कि धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने हाथो में थाली चम्मच से गरबा करते हुए अपनी मांगे सरकार तक पहुंचाई।
महासंघ की महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही हमारी मांगे पूरी नही होती है तो हम भूख हड़ताल पर बैठेंगे। महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि सरकार नाम मात्र के पैसे दे रही है। घर परिवार के भूखे मरने की नौबत आ गई है। हमारी मुख्य मांग है कि 500 की जगह दो हजार रुपए, वहीं 2000 का मानदेय प्राप्त करनी वाली महिलाओं को 9000 प्रतिमाह दिया जाकर हमें स्थाई किया जाए। हड़ताल के दौरान मीडिया प्रभारी अशोक सिलोदिया, भगवंता चौहान, प्रेमलता, हेमलता चौहान, कृष्णा सिलोदिया, सकु भारतीय, रूबिना शेख, मंजू बाई, पूजा सिलोदिया सहित महासंघ की महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थी।
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