दुकान के अंदर भराया पानी
अनोखा तीर, हरदा। बीते दिनों तेज हवा आंधी के साथ हुई बारिश ने जहां रफ्तार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए, वहीं मूसलाधार बारिश के चलते शहर की ड्रेनेज व्यवस्था की पोल खुल गई है। इस दौरान जगह-जगह जलभराव की स्तिथि निर्मित हो गई। वहीं बड़े बड़े वृक्ष भी जमीदोंज हो गए। इन सबके बीच शहर के मध्य में स्थित विवेकानंद काम्प्लेक्स में समस्या गहराने की बात सामने आई है। यहां गैलरी के साथ साथ दुकाने भी जलमग्न हो गई थी। यहां का दृश्य देखकर लोगों की आंखे दंग रह गई। हालात यह थे कि स्थानीय दुकानदारों को देर रात बरसते पानी में मौके पर पहुंचना पड़ा। दरअसल विवेकानंद काम्प्लेक्स के बदहाल ड्रेनेज को लेकर स्थानीय रहवासी तथा दुकानदार लंबे समय से शिकायत कर रहे थे। इतना ही नहीं भारी बारिश दौरान काम्प्लेक्स में निर्मित हालात को लेकर वे पहले से वाकिफ थे। यही कारण था कि यहां की ड्रेनेज व्यवस्था के विस्तार की बात पर लगातार जोर दे रहे थे। निकाय स्तर पर हो रही लेटलतीफी या यूं कहें कि कछुआ चाल चल रही कार्यवाही से आहत दुकानदार को सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ा। बावजूद कोई समाधान नहीं होने के कारण विगत दिनों काम्प्लेक्स एक हिस्सा पानी से बुरी तरह घिर गया। पीड़ित दुकानदार समीर शर्मा ने बताया कि काम्प्लेक्स का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल है। यहां रहवास तथा व्यवसाय बढ़ने से पहले की सारी व्यवस्थाएं अब नाकाफी साबित होने लगी हैं। इसलिए जरूरी है कि पानी को निकलने के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। साथ में कचरे से बचाव तथा नियमित साफ सफाई पर ध्यान देना जरुरी है। उन्होंने बताया कि बारिश का पानी गैलरी में भरा गया, फिर देखते ही देखते दुकान में अंदर तक पहुंच गया। जिसके चलते पूरी दुकान में गंदगी पसर गई। स्थिति यह थी कि बारिश की रफ्तार कम पड़ते ही पानी निकालना शुरू किया, वहीं दुकान की सफाई भी की, अन्यथा स्थिति ओर ज्यादा खराब दिखाई देती। पड़ोसी दुकान मालिक शंकर तलरेजा ने कहा कि इस समस्या से जिम्मेदारो को कई दफा अवगत कराया। लिखित में भी शिकायत की। बावजूद इस तरफ कोई खास ध्यान नहीं दिया गया। परिणामस्वरुप तस्वीर हम सबके सामने है। तेज बारिश दौरान पानी दुकान के अंदर भरा गया, जो कि नुकसानदायक रहा। अन्य दुकानदारो के मुताबिक सरस्वती स्कूल के ठीक साइड में करीब दर्जनभर दुकाने पानी की जद में आ जाती हैं।
बीमारी फैलने की आशंका
स्थानीय लोगों के मुताबिक बाढ़ के पानी में गंदगी भी बहकर आती है। यही वजह है बाढ़ प्रभावित इलाकों में अजीब दुर्गन्ध महसूस की जा सकती है। ऐसा ही कुछ हाल शहर के बीचोंबीच विवेकानंद काम्प्लेक्स में देखने को मिल जाएगा। यहां जलभराव की नौबत बनने से व्यवस्था अस्त व्यस्त दिखी। बावजूद, इसके दूसरे दिन नपा ने एहतियात के तौर पर ऐसे स्थानों पर किसी प्रकार का पावडर अथवा कोई छिड़काव करते हुए नहीं दिखे। इन सबके बीच लोगों ने बीमारी फैलने की आशंका जताई।
क्या बोले जिम्मेदार….
अधिकारी – कर्मचारियों की सुस्त कार्यप्रणाली : रोचलानी
इस संबन्ध में वार्ड पार्षद एवं नपा में नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी ने सीधे अधिकारी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि वार्ड की इस समस्या से बार बार अवगत कराने के बावजूद नतीजा सिफर रहा। वार्डवासियों की समस्या को देखते हुए रविवार को समुचित सफाई एवं पानी का प्रेशर लगवाया है। किन्तु इससे बात बनती नजर नहीं आ रही है। क्योकि यहां पुराने ड्रेनेज की जगह बड़े पाइप डाले जाना बेहद जरुरी है। पूर्व में इसके अलावा काम्प्लेक्स के अन्य मरम्मत कार्य का मुद्दा उठाया था। जिसका अधिकारी ने स्टीमेट में तैयार किया था। इस बात को सात महीने हो गए। लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है।
प्राथमिकता में रखकर समाधान करेंगे : यादव
इस बारे में मुख्य नपा अधिकारी जीके यादव ने कहा कि मैं बाहर हूं। शाम तक हरदा पहुंच जाऊंगा। प्राथमिकता में रखकर सोमवार को इस समस्या का स्थाई समाधान की दिशा में कार्यवाही करेंगे। मुख्य नपा अधिकारी ने कहा कि ये बात सही है काम्प्लेक्स में 20 साल पहले की व्यवस्था वर्तमान में नाकाफी है। यह मामला पहले भी मेरे संज्ञान में आ चुका है। इस काम में तकनीकी टीम की सलाह जरूरी है। नपा की संबंधित शाखा को निर्देशित कर विवेकानंद काम्प्लेक्स में पानी निकासी की तमाम अड़चनो को दूर करेंगे, ताकि जलभराव की नौबत ना बने।
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