खण्डवा- दस्तक अभियान आगामी 18 जुलाई से 31 अगस्त तक आयोजित होगा। इस संबंध में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं जुलाई को जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने बताया कि यह प्रशिक्षण को पंधाना, खालवा व मूंदी ब्लॉक के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नर्सिंग कॉलेज प्रशिक्षण केन्द्र में दिया गया। इसी क्रम में 6 जुलाई को ब्लॉक व शहरी क्षेत्र छैगांवमाखन, जावर, हरसूद व किल्लौद के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण नर्सिंग कॉलेज प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित होगा।
सी.एम.एच.ओ. डॉ. हरणे ने कहा कि प्रदेश में बाल मृत्यु प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा प्रतिवर्ष महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से दस्तक अभियान संचालित किया जाता है। यह अभियान वर्ष में 2 बार आयोजित किया जाता है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा व आगंनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के सेहत की जांच करेंगे।
जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों की चिकित्सकीय जांच कर बीमारियों की पहचान एवं त्वरित उपचार एवं प्रबंधन पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा स्वास्थ्य सेवा से छूटे नहीं। अभियान के दौरान समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग की पहचान एवं नियंत्रण हेतु ओ.आर.एस. एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा एवं प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओ. आर. एस. पहुॅचाने जैसे प्रबंध किए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरणे ने बताया कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालिन निमोनिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरक पिलाई जाएगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भूषण बांडे, डॉ. कृष्ण वास्केल, डीपीएचएनओ अनिता शुक्ला द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
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