–सीमांकन के लिए मांग रहा था 10 हजार रुपए
अनोखा तीर, बैतूल। सीमांकन प्रकरण में प्रतिवेदन देने के लिए पटवारी ने दस हजार की रिश्वत मांगी थी, जिसकी शिकायत लोकायुक्त में की गई और गुरुवार की शाम को लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी ने बताया कि पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भोपाल लोकायुक्त इकाई ने बैतूल जिले में एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर जो हल्का 27, तहसील आठनेर में पदस्थ है। उसने शिकायतकर्ता कमलेश चढ़ोकार निवासी सावंगी से रिश्वत मांगी थी। कमलेश चढ़ोकर ने 25 नवंबर को लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल को एक लिखित शिकायत सौंपी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके पास ग्राम गोलखेड़ा में 1 एकड़ 46 डिसमिल कृषि भूमि है। उक्त भूमि के सीमांकन के लिए उन्होंने 3 अक्टूबर 2024 को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आवेदन किया था। आवेदन के बाद, 25 अक्टूबर 2024 को पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर ने भूमि का निरीक्षण किया, लेकिन सीमांकन का प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया। जब आवेदक ने सीमांकन रिपोर्ट देने का अनुरोध किया, तो पटवारी ने 10 हजार रिश्वत की मांग की। आज 28 नवंबर को निरीक्षक रजनी तिवारी के नेतृत्व में गठित ट्रैप दल ने राजस्व निरीक्षक कार्यालय आठनेर में साक्षियों की उपस्थिति में पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर को 4 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शिकायत की जांच के दौरान, सत्यापन में पाया कि पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर ने शिकायतकर्ता से 4 हजार रिश्वत लेने की बात कही। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित 2018 की धारा 7 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। ट्रैप दल में निरीक्षक रजनी तिवारी, सहायक निरीक्षक नीलम पटवा, प्रधान आरक्षक बृजबिहारी पाण्डेय, राजेंद्र पावन, आरक्षक मनमोहन साहू, मुकेश परमार शामिल हैं।
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