अनोखा तीर, हरदा। किसान कांग्रेस द्वारा आज खिरकिया मंडी में किसानों की मांगों को लेकर धरना दिया गया एवं मुख्यमंत्री के नाम से 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन तहसीलदार राजेंद्र पावर को सौंपा गया। धरने में विधायक रामकिशोर दोगने, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेशाध्यक्ष हेमन्त टाले, किसान कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन बिश्नोई , जिला उपाध्यक्ष सूरज सिंह राजपूत, ब्लाक अध्यक्ष शंकर सोलंकी, किसान कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष मयाराम यादव, विधायक प्रतिनिधि दुर्गादास पाटिल, जयनारायण सारण, संतोष बेनीवाल, भूपेंद्र राजपूत, राम बेनीवाल, राकेश पाराशर, गौरीशंकर शर्मा, सहित सैंकड़ों किसान उपस्थित थे। धरने को संबोधित करते हेमंत टाले ने कहा कि किसानों का मंडियों में शोषण हो रहा है। खाद की कला बजारी हो रही है। भाजपा सरकार ने मंडियों के, नहरों के, सहकारी समितियों के चुनाव 12 साल से कराए ही नहीं हैं, जहां किसानों के प्रतिनिधि बैठते हैं, वहां के चुनाव ही नहीं कराए जा रहे हैं, ताकि किसानों की कोई बात ना हो सके। किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहन बिश्नोई ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो किसान कांग्रेस किसानों के साथ उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। किसानों को मंडियों में लूटा जा रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मंडियों में किसानों की उपज समर्थन मूल्य से नीचे नहीं बिकना चाहिए, लेकिन किसानों को एक हजार रुपये प्रति क्विंटल के घाटे से मक्का एवं सोयाबीन बेचना पड़ रहा है। क्योंकि किसानों को खाद बीज लेने की सख्त जरूरत है। किसानों की यह रही मांगे-पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध कराएं एवं जिले में हो रही खाद की कालाबाजारी रोकी जाए।-नकली खाद बेचने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए।-हरदा जिले में मंडियों में किसानों से मनमाने भाव पर सोयाबीन एवं मक्का की खरीदी की जा रही है, किसानों की मांग है कि समर्थन मूल्य से नीचे उपज की खरीदी नहीं की जाए।-मंडियों में प्लेट कांटे बढ़ाए जाए ताकि किसानों को मंडी में रतजगा नहीं करना पड़े।-किसानों से सोयाबीन एवं मक्का की खरीदी समर्थन मूल्य पर तत्काल शुरू की जाए।-मंडियों में किसानों के लिए भोजन की टोकन व्यवस्था, पीने के लिए पानी की व्यवस्था, रात के समय मच्छर के लिए दवाई का छिड़काव किए जाए।-जिन किसानों ने ओने-पौने दाम पर अपनी सोयाबीन एवं मक्का की उपज बेच दी है, उन्हें अंतर की राशि सरकार द्वारा दी जाए।-किसानों को उनकी उपज का नगद भुगतान मंडी प्रांगण में ही किया जाए, ताकि किसानों के साथ कोई अप्रिय घटना घटित ना हो।-किसानों को खाद सोसायटियों के माध्यम से गांव पर ही दी जाए, ताकि किसान परेशान ना हो और डीएमओ गोडाउन में भीड़ ना लगे-आगामी रबी सीजन में सिंचाई हेतु किसानों को 20 घण्टे थ्री फेस बिजली दी जाए।-खिरकिया क्षेत्र के किसानों को नहरों के द्वारा पानी टेल क्षेत्र तक पहुंचाया जाए।
Views Today: 4
Total Views: 122