उमरिया:-प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलंेस शासकीय रणविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय उमरिया मे ंगुरू पूर्णिमा के अवसर पर गुरूजनांे एवं संत जनो का महाविद्यालय में सम्मान किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सी.बी. सोदिया के निर्देषन में दो दिवसीय गुरू पूर्णिमा उत्सव हर्षोल्लास एवं गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय के भूत पूर्वप्राध्यापक प्रो. एम.एन. स्वामी, नत्थूबाबा, पुरूषोत्तममणि द्विवेदी, लाला तिवारी, संजीव शर्मा को सॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में माँ वीणापणि के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई एवं द्वीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना का गायन किया गया एवं महाविद्यालय मे पधारे हुए अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं श्रीफल देकर स्वागत किया गया। प्रो. शर्मा द्वारा स्वागत भाषण देते हुए संस्था पी.एम. कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप परिणत हुईहै, उसका भविष्य का विजन प्रस्तुत किया गया।जिसमें महाविद्यालय में नए विषयों की षुरूआत एवं उनकी क्रियान्वयन की स्थिति को भी विस्तार से बताया गया।तदोपरान्त नत्थूबाबा द्वारा गुरूपूर्णिमा का एतिहासिक महत्व बताते हुए गुरू-षिष्य संबंधों एवं गुरू पूर्णिमा की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर वक्तव्य दिया गया। वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. एम.एन. स्वामी द्वारा भारतीय परंपरा में गुरू षिष्य संबंध की महत्ता पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रो. ऋषिराज पुरवार द्वारा नैतिक षिक्षा और वर्तमान षिक्षा प्रणाली में नैतिकता की भूमिका को इंगित किया एव ंडॉ. अरविंद षाहबरकड़े द्वारा आभार व्यक्त करते हुए पहले दिन के कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम के दूसरे 22 जुलाई 2024 को सरस्वती वंदना एवं शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डॉ. सी.बी. सोदिया द्वारा गुरू षिष्य परंपरा मंे कृृष्ण और अर्जुन का उदाहरण देते हुए बेहतर तरीके से समझाया गया। तत्पष्चात् जितेन्द्र कुमार क्रीड़ाधिकारी द्वारा स्वस्थ्य शरीर में योग एवं ध्यान के महत्व को रेखांकित करते हुए मानसिकऔर शारीरिक स्वास्थ्य पर जोर दिया गया। विद्यार्थियों को प्रत्येक दिन योग और ध्यान करने की समझाईष देेते हुए उनके द्वारा कुछ आसंदी विद्यार्थियों से करवाया गया। प्रो. संजीव षर्मा द्वारा महर्षि वेदव्यास एवं संदीपिनी ऋषि से जुड़े हुए कुछ अंष भी विद्यार्थियों का बताए गए।साथ साहित्य पुरोधा कबीर के जीवन के भी प्रसंगो से विद्यार्थियों को अवगत कराया गया। प्रो. ऋषिराजपुरवार एवं डॉ. अरविंद शाहबरकड़े द्वारा आधुनिक षिक्षा प्रणाली में नवाचार की भूमिका एवं उसकी आवष्यकता को विस्तार से बताया गया। विद्यार्थी षिवांस सिंह सेंगर एवं आवंतिका सिंह द्वारा भी गुुरू पूर्णिमा के अवसर पर विस्तार से अपने विचार अभिव्यक्त किए एवं निर्मला कोल द्वारा सांस्कृृतिक प्रस्तुति दीगई। डॉ. प्रियंकागुप्ता द्वारा आभार प्रदर्षन किया गया एवं भविष्य मे ंभी शासन से प्राप्त निर्देषों पर षिक्षा में गुणवत्ता की बात कही। क्र0373
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