कलाविद् नर्मदा प्रसाद उपाध्याय को कुबेरनाथराय राय सम्मान
अनोखा तीर, हरदा। हरदा के जाने-माने कलाविद् और निबंधकार नर्मदा प्रसाद उपाध्याय को मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के द्वारा प्रतिष्ठित कुबेरनाथ राय सम्मान प्रदान किया गया है। हरदा निवासी श्री उपाध्याय को उनकी कृति ‘चिनगारी की विरासतÓ के लिए 25 जुलाई को यह पुरुस्कार राजधानी भोपाल में मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित समारोह में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर की अध्यक्षता तथा सुविख्यात अभिनेता तथा साहित्यकार आशुतोष राणा व संचालक संस्कृति अदिति त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य में प्रदान किया गया। पुरस्कार के अंतर्गत १ लाख रुपए की राशि, शाल-श्रीफल तथा प्रशस्ति पत्र देकर श्री उपध्याय को सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि श्री उपाध्याय पिछले पचास वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय कला तथा साहित्य के अंतरसंबंधों पर उनका विशद कार्य है तथा उनकी ५५ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। जिनमें संपादन तथा अनुवाद की कृतियां भी शामिल हैं। उन्हें ब्रिटिश काउंसिल की प्रतिष्ठित फेलोशिप सहित धर्मपाल शोधपीठ तथा शिमेंदर लेडर फेलोशिप जर्मनी भी प्राप्त हुई हैं। उन्हें कला और साहित्य के क्षेत्र में उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान का प्रतिष्ठित कला भूषण सम्मान, मध्यप्रदेश के संस्कृति विभाग का शरद जोशी सम्मान तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा का राहुल सांकृत्यायन हिंदीसेवी सम्मान सहित देश विदेश में प्राप्त अनेक सम्मान सम्मिलित है। श्री उपाध्याय मध्यप्रदेश वाणिज्यिक कर विभाग के डारेक्टर रहे तथा सदस्य कमर्शियल अपील बोर्ड के पद से सेवा निवृत्त होकर वर्तमान में इंदौर में स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं।