नौ दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जिंदगी से हारा राजन, शरीर में दागने के निशान
शहडोल। नौ दिनों तक जीवन की जंग लड़ रहा एक मासूम आखिर निमोनिया के चलते चल बसा। इस बच्चे को एक माह पहले बीमार पड़ने परगांव की दाई ने दागा भी था।जब निमोनिया से इसकी हालत खराब हुई तो इसे जिला अस्प्ताल के पीआइसीयू वार्ड में को भर्ती कराया गया था। तब से लगातार इलाज चलता रहा जिसकी मौत हो गई।
पीआइसीयू में इलाज चल रहा था
जानकारी के मुताबि बंधवा खुर्द थाना पाली जिला उमरिया निवासी राजन बैगा का पीआइसीयू में इलाज चल रहा था। इसकी उम्र महज डेढ माह ही थी। बताते हैं कि जब एक माह पहले इस बच्चे की हालत निमोनिया के कारण बिगड़ी थी तब इसके पिता हर्षलाल ने बकेली गांव में जाकर इसे दगवा दिया था। इस बालक को लगातार झटके आना सहित संक्रमण भी हो गया था।
बच्चे की नानी ने ही उसे दगवाया था
लगातार इसका इलाज जिला अस्पताल के पीआइसीयू में चल रहा था। बच्चे का जन्म मां के मायके बकेली में ही हुआ था। बच्चे की नानी ने ही उसे दगवाया था। निमोनिया के कारण इस बच्चे को इलाज के लिए लाया गया था और इसके पेट में पहले से दागने के निशान भी मिले। इलाज चल रहा था पर हालत में सुधार न हुआ और संक्रमण ज्यादा फैल जाने के कारण उसकी मौत हो गई।