भगवान बाहुबली स्वामी की वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव
बड़ी संख्या में जुटे जैन समाज के श्रृद्धालु, भक्ति भाव से किया विधान-पूजन
अनोखा तीर, हरदा। नगर की श्री दिगम्बर जैन समाज में इन दिनों धर्म की गंगा बह रही है। यहां जैन समाज के द्वारा भगवान श्री बाहुबली स्वामी जी की वेदी का जीर्णोद्धार कर पुन: प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसमें जैन समाज के लोगों के अलावा समुचित क्षेत्रवासियों को धर्म लाभ का सौभाग्य मिला। वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत में प्रात: काल 7 बजे से धार्मिक अनुष्ठान अभिषेक, शांतिधारा के साथ श्री याग मंडल विधान की रचना कर श्रीजी की भक्ति उत्साह ओर हर्षोल्लास से जैन समाज के श्रृद्धालुओं द्वारा की गई। आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए जैन समाज के कोषाध्यक्ष राजीव रविंद्र जैन एवं सहसचिव संजय कमल पाटनी ने बताया कि आज आयोजन के दूसरे दिन भक्ति के साथ भगवान बाहुबली स्वामी को नवनिर्मित सफेद मार्बल की वेदी पर विराजमान करने के लिए विभिन्न धार्मिक क्रियाओं में भगवान श्री बाहुबली स्वामी को विराजमान करने का सौभाग्य महेंद्र, अजीत, हेमंत, यतीन्द्र अजमेरा परिवार को मातृका यंत्र महिला परिषद, यंत्र लघु चेतन ज्योति लहरी, स्वस्तिक सचिन खुशबू बकेबरिया, पंचरत्न राजेन्द्र गौतम कठनेरा, रविन्द्र, राजीव, राहुल रपरिया, पारा रत्न रचित शानू बकेबरिया को प्राप्त हुआ। समाज के मंत्री राहुल गंगवाल ने बताया कि आयोजन में चंद्रप्रभु भगवान को कमलासन समस्त यंत्र, रत्नों सहित विराजमान करने की घोषणा की गई। जिसके लिए सफेद मार्बल का कमलासन तैयार किया गया। जिसको विराजमान करने का सौभाग्य मुकेश, सचिन, रचित बकेबरिया को प्राप्त हुआ। वहीं आज संध्या की मंगल आरती अशोक, सुशील, राजकुमार, पवित्र, प्रतिक बड़जात्या परिवार को सौभाग्य प्राप्त हुआ। जबलपुर से पधारे बाल ब्रह्मचारी मनोज भैय्या लल्लन के द्वारा आयोजन में दी गई प्रेरणा से महोत्सव में अर्पित सभी श्रीफल द्रव्य का सौभाग्य सुरेन्द्र, संकल्प, संभव कठनेरा को प्राप्त हुआ। प्रात:काल मंडप में शांतिधारा की गई। जिसमें प्रथम छगनलाल, संजय, सपन बजाज, द्वितीय वीरेन्द्र, विजेन्द्र, विवेक, विनय कठनेरा परिवार द्वारा की गई। इसके साथ ही मंडप विधान में आठ प्रकार के इंद्रगण विनोद ऋतु अजमेरा, अजीत रेखा अजमेरा, वीरेंद्र राजुल फणीश, वीरेंद्र मीना कठनेरा, संजय ज्योति कठनेरा, अक्षत प्रज्ञा बजाज, प्रदीप प्रिया अजमेरा, अजय अल्पना कठनेरा, संजय संध्या बजाज, महेंद्र रानी अजमेरा बनाकर अनुष्ठान प्रारंभ किया गया। संध्याकाल में आरती के लिए भव्य शोभायात्रा बग्गी पर निकाल कर आगम परिसर पहुंची जहां पर श्रीजी कि संगीतमय भव्य आरती कि गई।