आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के खेड़ीपुरा स्थित गाडरी मंदिर के पास का नजारा है। जहां देखरेख तथा रखरखाव के अभाव में एक जलस्त्रोत बुरे दौर से गुजर रहा है। जिसका असर वार्ड की पेयजल व्यवस्था पर पड़ा है। इसको लेकर स्थानीय युवाओं ने अलग-अलग स्तर पर शिकायतें भी की। लेकिन कोई समाधान जनक कार्रवाई नही हुई। जिससे आहत वार्डवासियों की हिम्मत बोल गई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले वार्ड में बोरिंग हुआ था। जहां वार्डवासियों के हितार्थ हैंडपंप भी लगाया गया। जिससे मोहल्ले की सार्वजनिक पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ हुई थी। परंतु इसके कुछ समय बाद हैंडपंप के ठीक साइड में एक मकान बना। जिसकी दीवार हैंपपंप के पास से उठा दी गई। जिसके चलते हैंडपंप की उपयोगिता मानो खत्म हो गई। क्योंकि उसे चलाने तथा पानी भरने के लिये नीचे बर्तन रखने की जगह तक नही बची। वार्ड के लोगों ने कहा कि लापरवाही के चलते एक अच्छा खासा जलस्त्रोत धरा की धरा रह गया। जिसे देखकर हर कोई यही कहता है, कि यह बात गलत है
Views Today: 2
Total Views: 26