14 जून को धिक्कार दिवस मनाएगी मछुआ कांग्रेस
खंडवा- मछुआ जाति की उपेक्षा के चलते 14 जून को धिक्कार दिवस मनाने की तैयारी मछुआ कांगे्रस कर रही है। 14 जून 1992 को दो लाख माझी मछुआ समाज के लोगों की उपस्थिति में तत्कालीन मुख्यमंत्री सुन्दरलाल पटवा ने जबलपुर में घोषणा की थी कि मेरी सरकार ने प्रदेश में रहने वाले कहार, भोई, ढीमर, केवट, नाविक, मल्लाह, निषाद, रायकवार, कश्यप, बाथम, बर्मन, सोंधिया, सिंघारे सिंघरोड़े सभी को आदिवासी मान लिया है। इसके बावजूद आज तक कुछ नहीं हुआ।
शिवराजसिंह की सरकार ने 1 जनवरी 2018 में एक अन्य आदेश जारी कर माझी जाति से अ.ज.जा. की मिलने वाली सुविधा ही खत्म कर दी। जिस कारण समाज अब खफा है।
मछुआ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पूर्व राज्यमंत्री एवं माझी मछुआ समाज के वरिष्ठ नेता सदाशिव भंवरिया ने कहा कि भाजपा सरकारों के दमन और वादाखिलाफी को लेकर समुचा समाज 14 जून को भाजपा के खिलाफ धिक्कार दिवस के रूप में मनाते हुए प्रदेश के हर जिले में सड़कों पर आयेगा।