अनोखा तीर, हरदा। बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर हुए कक्षा 5वीं-8वीं के परीक्षा परिणाम में अनेक विसंगतियां सामने आई हैं। इससे प्रदेश के अनेकानेक विद्यार्थियों को निराशा मिली है। इन परिणामों को लेकर सोसायटी फार प्रायवेट स्कूल डायरेक्टर्स की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नवीन पांडे, सचिव नितिन नेगी, प्रदेशाध्यक्ष दीपक सिंह राजपूत एवं जिले के समस्त प्राइवेट स्कूल संचालक उपस्थित थे। बैठक में इस मसले पर चर्चा पश्चात सोसायटी के जिला अध्यक्ष श्री पांडे एवं सचिव श्री नेगी ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर, उनका ध्यान आकर्षित कराया है। इसमें सोसायटी ने कहा कि पांचवीं-आठवीं के जो अकल्पनीय परीक्षा परिणाम आए हैं, उससे प्रतीत होता है कि मूल्यांकन एवं अंकों की प्रविष्टी में कहीं कोई विसंगति अवश्य है। इस कारण प्रदेशस्तर पर रिजल्ट अपेक्षा अनुरूप नहीं आया है।
क्या हैं विसंगतियां
सोसायटी ने कहा कि रिजल्ट में तकनीकी समस्या देखने को मिल रही है। इसमें किसी छात्र के अंक सभी विषयों में 90 से 95 प्रतिशत हैं। वही उसी छात्र को एक विषय विशेष में केवल 4 प्रतिशत अंक मिले हैं। जो अकल्पनीय है। यहां कॉपियो का मूल्यांकन कर अंकों की ऑनलाइन प्रविष्टि में शायद त्रुटि हुई है। इसका समय पर निराकरण होना चाहिए।
अवलोकन के लिए उत्तरपुस्तिका मिलें
सोसायटी ने कहा छात्रों को उनकी जांची गई उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि वे आकलन कर सकें कि उनसे कहां त्रुटि हुई और उसमें सुधार कर सकें। ज्ञात हो कि अभी किसी भी तरह से छात्रों को कॉपी उपलब्ध कराने की नीति कक्षा पांचवी आठवीं में लागू नहीं है।
ग्रेस मार्क्स भी नहीं
सोसायटी ने कहा कि छात्रों को ग्रेस मार्क अथवा बेस्ट ऑफ फाइव की तर्ज पर रिजल्ट में राहत दी जानी चाहिए। कक्षा दसवीं में भी बेस्ट फाइव जैसा भी प्रावधान है। प्रत्येक बोर्ड परीक्षा में छात्र हित को ध्यान में रखते हुए ग्रेस मार्क दिए जाने का प्रावधान होता है। परंतु पांचवीं आठवीं बोर्ड में न तो ग्रेस का प्रावधान है और न ही बेस्ट ऑफ फाइव जैसी कोई सुविधा प्रदान की गई है। यदि ग्रेस मार्क या बेस्ट ऑफ फाइव का प्रावधान किया जाता तो कहीं ना कहीं जो छात्र योग्य है वे उत्तीर्ण हो सकेंगे और यह रिजल्ट एक स्तर तक संतुष्टि पूर्ण बन सकेगा।
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