किसान ट्रेंड होकर एक्सपोर्ट क्वालिटी करेंगे तैयार : कृषि मंत्री

छिंदवाड़ा और मुरैना के बाद हरदा प्रदेश का तीसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

 क्षेत्रीय विधायक, किसान नेता एवं प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के अथक प्रयासों से हरदा को एक ओर बड़ी सौगात मिली है। यहां खिरकिया ब्लाक के बोंडगांव में प्रदेश का तीसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने जा रहा है। यहां इजरायली संस्था के तकनीकि सहयोग से क्षेत्र का किसान फल एवं सब्जियों की उन्नत खेती के तरीके सिखेंगे, समझेंगे तथा ट्रेंड होकर इजरायल आधारित कृषि पद्धति से फल व सब्जियों की एक्सपोर्ट क्वालिटी तैयार करेंगे। जिससे किसानों को वाजिफ दाम की गारंटी रहेगी।

 

अनोखा तीर, हरदा। सड़क, बिजली और सिंचाईं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के बाद हरदा जिला अब फल-फूल व सब्जियों के मामले में अव्वल बनने जा रहा है। इसके लिये जिले की खिरकिया तहसील अंतर्गत ग्राम बोंडगांव में इजरायल की संस्था मसा के तकनीकि सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की सौगात मिली है। प्रदेश के छिंदवाड़ा और मुरैना के बाद हरदा में राज्य का तीसरा सेंटर खुलेगा। जहां क्षेत्र के अलावा संभाग तथा अन्य पड़ोसी जिलों का किसान तकनीकि खेती के गुर सिख सकेगा। जिससे फल व सब्जियों का उत्पादन तथा आय में बढ़ोत्तरी तय है, खासकर छोटे व लघु सीमांत किसान के लिये उन्नत खेती की दिशा में सुलभ विकल्प साबित होगा। किसान यहां आकर प्रशिक्षण ले सकेंगे। जिसके माध्यम से गुणवत्ता वाले फल व सब्जियां उगाकर तथा उनकी ग्रिडिंग करके एक्पोर्ट क्वालिटी तैयार करेंगे। यह बातें क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकारवार्ता दौरान कही। उन्होंनें इस बात पर जोर दिया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इजरायली संस्था मसा के माध्यम से तकनीकि खेती के गुर सिखने के साथ-साथ ए क्लास क्वालिटी की फल व सब्जियों की निर्याण प्रणाली को समझ सकेंगे, ताकि किसान हर मामले में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का क्षेत्र के किसानों को भरपूर लाभ मिलेगा। गुणवत्ता वाले फल व सब्जियों का बेहतर उत्पादन हासिल कर किसान अधिक मुनाफा कमा सकेंगे। पत्रकारवार्ता में कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र शाह मौजूद थे।

तकनीक का प्रदर्शन

कृषि मंत्री ने बताया कि उद्यानिकी विभाग को आवंटित भूमि में सेंटर खुलेगा। जहां उन्नत सिंचाईं तकनीक ड्रिप, मल्चिंग ओर ग्रीन हाउ सहित अन्य नए संसाधनों से यहां के किसान रूबरू हो सकेंगे। यह भी समझ सकेंगे कि तकनीकि खेती से किस तरह गुणवत्ता वाली उपज का बेहतर तउत्पादन मिलता है।

उत्पादन एवं क्वालिटी

भारत ओर इजरायल के बीच यह तय हुआ है कि इजरायली कृषि संस्था अपने अनुभव के आधार पर देश के किसानों को तकनीकि खेती के बारे में बताएंगे। खासकर अधिक से अधिक उत्पादन तथा ग्रिडिंग क्वालिटी पर जोर दिया जाएगा। इसके लिये इजरायली संस्था मसा इन सेंटरों पर तकनीकि सहयोग प्रदान करेंगे।

 

तवा का आउट कमांड एरिया होगा कवर

प्रेसवार्ता में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जिला शत-प्रतिशत सिंचित होने जा रहा है। गंजाल-मोरंड एवं शहीद इलापसिंह सिंचाईं परियोजना इसे साकार करेगी। जिले में तवा परियोजना का शेष यानि आउट कमांड एरिया भी इससे कवर होगा। शहीद इलाप सिंह सिंचाईं परियोजना पर 720 करोड़ रूपए खर्च होंगे। जो हरदा समेत टिमरनी व खिरकिया ब्लाक अंतर्गत आने वाले कृषि रकबे को सिंचित करेगा। श्री पटेल ने कहा कि खासकर तवा का टेल एरिया सिंचाईं परियोजनाओं से लाभान्वित हो सकेगा।

Views Today: 2

Total Views: 58

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!