राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की अहम भूमिका  : नारायण व्यास

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-सर्वब्राह्मण समाज संगठन ने शिक्षकों का किया सम्मान

अनोखा तीर, हरदा। शिक्षक राष्ट्र की संस्कृति के सजग प्रहरी होते हैं। वे संस्कारों की जड़ों को अपने परिश्रम की खाद और ज्ञान के जल से सींचकर महान व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं। राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बात गौ संवर्धन बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष नारायण व्यास ने कही। वे शुक्रवार को मां रेवा गार्डन में स्व. मनोहरलाल शर्मा की स्मृति में सर्वब्राह्मण समाज संगठन द्वारा आयोजित परशुराम शिक्षा रत्न समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र ओझा ने समाज के कार्यों और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। खातेगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष निलेश जोशी ने ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया। लैक्चरार शेफाली पुरोहित ने शिक्षा की अव्यवस्थाओं पर चिंता जताई। कार्यक्रम की शुरुआत मां वीणापाणि, भगवान परशुराम एवं डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। स्वागत उद्बोधन राजेंद्र शर्मा और सुनील तिवारी ने किया। समारोह में शासकीय, अशासकीय एवं सेवानिवृत्त 301 शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया। पुष्प वर्षा के बीच कई शिक्षकों की आंखें नम हो गईं। ज्योतिष, कर्मकांड और वेदों का अध्ययन कराने वाले गुरुओं सहित राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका मीरा शर्मा और राज्य पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक बी.पी. तिवारी को भी सम्मानित किया गया। मंच पर सर्वब्राह्मण समाज अध्यक्ष सुनील तिवारी और संयोजक नितेश बादर मौजूद रहे। अंत में आभार महामंत्री लोकेश शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष पंडित ओमप्रकाश पुरोहित, संरक्षक चंद्रकांत शुक्ला, उपाध्यक्ष रोहित तिवारी, महामंत्री लोकेश शर्मा, उत्तम तेनगुरिया, संजय शर्मा, नगर अध्यक्ष दीपक शुक्ला, युवा इकाई अध्यक्ष विवेक बादर, महिला इकाई अध्यक्ष विनीता राजोरिया, सचिव अदिति गुरु, अश्लेषा शुक्ला सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

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