-मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वर्चुअल नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया
केसला के सहेली ग्राम में हुआ सामूहिक विवाह का आयोजन, 508 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में
अनोखा तीर, नर्मदापुरम/इटारसी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर केसला विकासखंड के ग्राम सहेली में सामूहिक विवाह का ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बना जब एक साथ 508 जोड़ों का विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत संपन्न कराया गया। विवाह मैं आदिवासी परंपरा एवं संस्कृति का पूरा ध्यान रखते हुए आदिवासी परंपरा के अनुसार जोड़ों का विवाह भूमका (आदिवासी पुजारी) के द्वारा संपन्न कराया गया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने वर्चुअल जुडक़र सभी 508 वर एवं वधु को अपना आशीर्वाद प्रदान किया एवं सभी नवविवाहित दंपतियों को सुखी जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने कहा कि मां नर्मदा के आशीर्वाद से आज हम एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने हैं,जब यहां 508 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया है। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा का आशीर्वाद सभी नव दंपतियों पर सदैव बना रहे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि 16 संस्कार में एक संस्कार पाणिग्रहण संस्कार भी है।
हमारी भारतीय सनातन संस्कृति में विवाह एग्रीमेंट नहीं अपितु संस्कार होता है। यह संस्कार सात जन्मों का बंधन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले एक कन्या का पिता परेशान रहता था कि बेटी का विवाह कैसे होगा। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू कर सभी बेटियों के माता-पिता को इस चिंता से मुक्त किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि सामूहिक विवाह का आयोजन अलग-अलग जातिगत विषमताओं को तोडऩे का कार्य करता है। यह विवाह लोगों को आपस में जोडऩे का कार्य करता है। उन्होंने सभी नव दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए उनके भावी सुखद जीवन की कामना की और कहा कि विवाह के बाद भी शासन उनकी हर समस्याओं का यथासंभव निराकरण करेंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ग्राम सहेली में एक कल्याणी (विधवा) विवाह एवं एक दिव्यांग जोड़ों का विवाह भी संपन्न हुआ है। उन्होंने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा की आज ऐसा लग रहा है जैसे समूचा सिवनी मालवा क्षेत्र विवाह मंडल में परिवर्तित हो गया है। उन्होंने सभी नव दंपतियों से कहा कि मैं कभी यहां पर आऊं तो आप मुझे एक कप चाय जरूर पिला देना। उन्होंने सभी नव दंपतियों एवं आयोजन समिति को एक बेहतर आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। इसके पूर्व कलेक्टर सोनिया मीना ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला और बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में केसला के 52 ग्राम पंचायत के 122 ग्राम के लोग सम्मिलित हैं। आदिवासी परंपरा का पालन करते हुए भूमिका के द्वारा सभी का विवाह संपन्न कराया गया।
-केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके ने नव दंपतियों के सुखद भविष्य की कामना की
मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह में सम्मिलित होने ग्राम सहेली पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री जनजाति कार्य मंत्रालय दुर्गादास उइके ने सभी नव दंपतियों को आशीर्वाद प्रदान किया और उनके सुखद भविष्य की कामना की। मंत्री श्री उइके ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं जो 508 जोड़ो के विवाह के साक्षी बने। यह हमारा सौभाग्य है कि हम यह अवसर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेदों में कहा गया है कि जहां पर नारी की पूजा होती है वही देवता निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि विवाह सात जन्म का रिश्ता है। एक संस्कार है। आत्मा से आत्मा का मिलन है। एक विवाह दो अलग-अलग कुलों को आपस में जोडऩे का कार्य करता है और यही हमारी भारतीय सनातन संस्कृति की विशेषताएं। उन्होंने कहा कि यहां से नव दंपतियों ने जो आपस में सात वचन लिए हैं वह जीवन भर कायम रहे। उन्होंने कहा कि विवाह संस्कार 16 संस्कारों की दिव्य परंपरा है।
-एक कन्यादान 1000 यज्ञ के समान होता है
सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने ग्राम सहेली में सभी नव दंपतियों को बधाई देते हुए कहा कि जब-जब मातृशक्ति जागेगी तब तक सारी समस्या भागेगी। उन्होंने कहा कि वेदों में लिखा है कि एक कन्यादान 1000 यज्ञ के समान होता है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह का उद्देश्य है कि कम खर्चे में एक बेहतर आयोजन हो जाए और माता-पिता पर अनावश्यक खर्च का बोझ ना पड़े। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं अपने भतीजे का विवाह सामूहिक सम्मेलन से कराया था। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का कार्य यहीं पर समाप्त नहीं हो जाता है,उन्होंने सभी जनपद सदस्यों से कहा कि वह सभी विवाहित जोड़ों के यहां कुछ अंतराल के बाद जाकर संपर्क करें और उनका हाल-चाल ले।
-महिला सशक्तिकरण से पुरुषों का भी विकास हो रहा है
राज्य सभा सांसद माया नारोलिया ने सभी नव दंपतियों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण से पुरुषों का भी विकास हो रहा है क्योंकि एक महिला एक पुरुष की न केवल मां है, बहन है, बेटी है, पत्नी है। इससे यह पता चलता है कि जहां-जहां नारियों का सम्मान होता है वहां वहां देवता निवास करते हैं। उन्होंने सभी वधुओ को ससुराल में नए जीवन में प्रवेश करने की शुभकामनाएं दी। श्रीमती नारोलिया ने कहा कि सामूहिक विवाह में 49 हजार रुपए की राशि दी जाती है। जिससे नव दंपति गृहस्थी का सामान खरीद सकें।
-सामूहिक विवाह के लिए निशुल्क पंजीयन कराया
सिवनी मालवा विधायक प्रेम शंकर वर्मा ने सभी वर एवं वधु को भावी जीवन की शुभकामनाएं दी। साथ ही वर एवं वधू के माता-पिता को भी बधाई प्रेषित की जिन्होने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत अपने पुत्र और पुत्री का विवाह कराया है। उन्होंने कहा कि विवाह के लिए कोई भी पंजीयन शुल्क नहीं लिया जाता है,अपितु 49 हजार रुपए की राशि का चेक बेटियों के खाते में दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अब बेटियां अभिश्राप नहीं अपितु परिवार के लिए एक वरदान है। पहले बेटियों की शिक्षा,स्वास्थ्य एवं विवाह की चिंता परिवार को रहती थी। लेकिन अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सभी माता-पिताओं की चिंता को दूर कर दिया है। बेटियों के जन्म से लेकर विवाह तक का खर्च शासन वहन कर रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने बहन एवं बेटियों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की हैं। सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य की आज हमारे बीच राज्यसभा सांसद एवं कलेक्टर मौजूद है जो की एक महिला है, एवं उनके नेतृत्व में जिला लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर यह एक अभिनव पहल हुई है। आज सामूहिक विवाह के माध्यम से 508 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया जा रहा है। उन्होंने सभी वर एवं वधु को भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि मैं मां नर्मदा से प्रार्थना करूंगा कि सभी का जीवन खुशहाल हो।
-नव दंपतियों को 49 हजार रुपए का चेक एवं एक पौधा भेंट किया
केसला विकासखंड के ग्राम सहेली में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह के अंतर्गत आज 508 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया। इनमें 244 जोड़े नर्मदापुरम जिले के एवं 264 जोड़े अन्य जिले के थे। इनमें से 438 जोड़े अनुसूचित जनजाति वर्ग के थे। जिनका विवाह संपन्न कराया गया इनमें एक कल्याणी विवाह एवं एक दिव्यांग विवाह भी शामिल था। बताया गया कि कल्याणी (विधवा) विनीता का विवाह कमलेश से एवं दिव्यांग सुनीता का विवाह सुनील उइके से संपन्न कराया गया। सभी सामान्य नव दंपतियों को 49 हजार रुपए के चेक प्रदान किए गए। अतिथि गणों ने मौके पर पांच जोड़ो प्रीति राठौड़ एवं राहुल राठौर, सुखवती टेकाम एवं गौरव धुर्वे,सरिता चौहान एवं विक्रांत कलमे, सुषमा कासदे एवं निलेश कासदे,सरिता कासदे एवं सूरज लाल बारस्कर को चेक प्रदान किया। साथ ही सभी 508 जोड़े को उपहार स्वरूप साड़ी, गहने, घड़ी और गमछा, साफा तथा वरमाला भेंट की गई। वहीं कल्याणी विवाह करने वाले नव दंपति को 2 लाख एवं दिव्यांग विवाह करने वाले नव दंपति को 1 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया। सभी नव विवाहित जोड़ों को पर्यावरण संरक्षण के लिए एक-एक पौधा भी भेंट किया गया। आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए ढोल और मादप की थाप पर आदिवासी लोक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। जिसकी सभी ने सराहना की। कार्यक्रम में जनपद पंचायत केसला अध्यक्ष गंगाराम कलमें, उपाध्यक्ष अर्चना मेहतो, जिला पंचायत सदस्य सीमा कासदे, ज्योति पटेल, दीपक महाला, योगेंद्र सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण एवं कलेक्टर सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, एसडीएम इटारसी प्रतीक राव सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन मंडल अध्यक्ष सुशील वरकडे ने किया।
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