अनोखा तीर, हरदा। हरदा आदर्श महाविद्यालय हरदा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का सात दिवसीय विशेष आवासीय शिविर ग्राम पंचायत रन्हाई कलां में संचालित किया जा रहा है। जिसकी शुरुआत प्रभात फेरी से की गई। इसके पश्चात परियोजना कार्य में ग्राम में तथा स्कूल परिसर के पास बनी नालियों की सफाई और गांव में स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ, ऊर्जा संरक्षण, मतदाता जागरूकता, वृक्ष लगाओ-पर्यावरण बचाओ के नारे लेखन कर ग्रामवासियों को जागरूक किया। बौद्धिक सत्र का विषय यातायात जागरूकता एवं नशामुक्ति था। बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में सहायक प्राध्यापक समाजकार्य एवं प्रयास संस्था के नीरज गुर्जर उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय से सहायक प्राध्यापक प्रभूदयाल उमरिया, ज्योति विरहा इस सत्र की अध्यक्षता सौरभ एवं ज्योति ने की। मुख्य वक्ता नीरज गुर्जर ने सभी स्वयंसेवकों को केम्प की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि यातायात सुरक्षा और नशा मुक्ति एक महत्वपूर्ण विषय हैं, आज हम एक ऐसे विषय पर बात करने जा रहे हैं जो हम सभी के जीवन से जुड़ा हुआ है यातायात सुरक्षा और नशा मुक्ति। यह दोनों ही विषय हमारे समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और इन पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। यातायात सुरक्षा आजकल सड़कों पर गाड़ियों की संख्या बहुत बढ़ गई है। ऐसे में यातायात नियमों का पालन करना और भी जरूरी हो गया है। अक्सर देखा जाता है कि लोग जल्दबाजी में या लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं। इन दुर्घटनाओं में कई बार लोगों की जान भी चली जाती है। यातायात सुरक्षा के लिए हमेशा हेलमेट पहनें और सीट बेल्ट लगाएं,गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें, शराब पीकर गाड़ी न चलाएं, यातायात नियमों का पालन करें, अपनी गति को नियंत्रित रखे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना अपने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रो को व्यक्तित्व विकास एवं समाज सेवा करने का अवसर देता है। अच्छे विचारों और कार्यो के साथ साकारात्मक सोंच वाला एक अच्छा इंसान बनाता है एवं नेतृत्व करने की क्षमता प्रदान करता हैं साथ ही नशामुक्ति के विषय पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की नशा हमारे समाज के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। आजकल युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आ रही है। नशा हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। यह हमारे शरीर को कमजोर करता है और हमारी मानसिक स्थिति को भी खराब करता है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय से सहायक प्राध्यापक प्रभुदयाल उमरिया, ज्योति विरहा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वयंसेवक सौरभ एवं ज्योति ने की। इस बौद्धिक सत्र में कार्यक्रम अधिकारी तपिश सोलंकी, प्राध्यापक महेंद्र सोलंकी, कार्यक्रम अधिकारी छाया लौंगरे तथा सभी स्वयंसेवक व स्वयंसेविका उपस्थित रहे।
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