– पिछले 15 दिनों में 50 से अधिक अपात्र लोगों का इस योजना में हुआ रजिस्ट्रेशन
अनोखा तीर, नर्मदापुरम। प्रदेश सरकार ने जरूरतमंद लोगों को कई प्रकार की योजनाओं से सरकारी लाभ दिलाने कई योजना बनाई बनाई है। जिसमें से एक संबल योजना भी है। हर जरूरतमंद को इस योजना का लाभ मिले इस उद्देश्य से संबल योजना संचालित की जा रही है। जिसके माध्यम से इसमें रजिस्ट्रेशन करा कर पात्र व्यक्ति कई अन्य योजनाओं से जुड़ कर लाभ ले सकते हैं। लेकिन पिछले कई माह से नर्मदापुरम नगरपालिका अंतर्गत कई अपात्र लोगों का संबल योजना में रजिस्ट्रेशन कर फर्जीवाड़ा हो रहा है। जिसे नगरपालिका के द्वारा ही ट्रेस किया गया है। अब जिस आईडी से अवैध रूप से संबल योजना में अपात्र लोगों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। उसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाने की बात कही जा रही है। बताया गया कि पिछले 15 दिनों में करीब 50 से अधिक अपात्र लोगों को इस योजना में रजिस्ट्रेशन करा कर जोड़ा गया है। इस पूरे मामले में नगरपालिका सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं। जिसमें अब यह देखा जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा कितने माह से चल रहा था और इस योजना के अंतर्गत कितने अपात्र लोगों को योजना से जोड़ा गया है। लोगों क कहना है कि नर्मदापुरम में यह हाल है तो पूरे प्रदेश की क्या स्थिति होगी। राज्य सरकार द्वारा राज्य के असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना का प्रारंभ किया गया था, जिसके अंतर्गत अंत्येष्टि सहायता में 5 हजार रुपए, सामान्य मृत्यु सहायता में 2 लाख रुपए, दुर्घटना मृत्यु सहायता में 4 लाख रुपए, आंशिक दिव्यांगता सहायता में 1 लाख रुपए एवं स्थायी दिव्यांगता सहायता योजना में 2 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाती है। साथ ही वर्तमान में इस योजना के माध्यम से आयुष्मान योजना का लाभ भी लिया जा सकता है। अपात्र लोगों को इस योजना से लाभ दिलाए जाने को लेकर नर्मदापुरम नगरपालिका क्षैत्र अंतर्गत यह फर्जीवाड़ा हो रहा है। कुछ तो ऐसे लोगों को भी संबल योजना में जोड़ दिया गया है जो नगर पालिका में ही कार्यरत हैं और इन्हें रजिस्ट्रेशन होने के बाद पता चला है कि उनका नाम संबल योजना में जुड़ा है। दरसअल नर्मदापुरम की नगर पालिका अंतर्गत संबल योजना में नए रजिस्ट्रेशन और जिस आईडी से रजिस्ट्रेशन किये जा रहे हैं, उसे बारीकी से यहां कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर ने देखा तो उन्हें शंका हुई और जब नए रजिस्ट्रेशन की जांच की गई तो वह पूरी तरह फर्जी निकले। पिछले 15 दिनों में करीब 50 फर्जी रजिस्ट्रेशन को पकड़ा गया है। जिसमें नगरपालिका में कार्यरत कुछ कर्मचारी का भी नाम जुड़ा पाया गया, जब उनसे बात हुई तो उन्हें रजिस्ट्रेशन की भनक तक नहीं थी। अब यह रजिस्ट्रेशन कहां से हो रहे हैं और उनके पीछे का उदेश्य क्या है इस पर जांच की जा रही है। लेकिन ना जाने कितने ही अपात्र लोगों ने संबल योजना के अंतर्गत किन-किन योजनाओ से लाभ लिए हैं यह जांच का विषय है।
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