–१२ लाख कीमत के जेवर बरामद
-दिन में बुजुर्ग पिता करता था रेकी, रात में बेटा साथियों के साथ चोरी को देता था अंजाम
-अब तक गिरफ्तार 7 आरोपियों से २६ लाख के जेवर जब्त, एक आरोपी अब भी फरार
अनोखा तीर, हरदा। क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली गिरमिट गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। लम्बे समय से फरार चल रहे आरोपी पिता-पुत्र को छीपाबड़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैै। बुजुर्ग पिता दिन में रेकी करता था, फिर बेटा रात में अन्य साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी के 12 लाख रुपए के जेवर जब्त किए हैं। गौरतलब है कि अब तक गैंग के सात सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वही एक आरोपी अब भी फरार है। पकड़े गए सभी आरोपियों से अब तक पुलिस ने २६ लाख कीमत के जेवर बरामद किए है।
शुक्रवार को पुलिस अधिक्षक कार्यालय में पे्रेस वार्ता आयोजित कर एसपी अभिनव चौकसे ने बताया कि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में हुई चोरी की वारदात सामने आई हैं। पूर्व में सिराली थाना पुलिस ने ग्राम गहाल के पास से डकैती की योजना बना रहे पांच पारदियों को पकड़ा था। जबकि तीन लोग मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए थे। पकड़े गए आरोपियों ने सिराली ओर छीपाबड़ थाना क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देना कबूल किया था। फरार चल रहे तीन आरोपियों में से दो को छीपाबड़ थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम नांदियाखेड़ा से गिरफ्तार किया है और सागौन के जंगल में एक मंदिर के पास छिपाकर रखे गहने भी जब्त किए हैं। पुलिस ने अब तक पकड़े गए आरोपियों से कुल 26 लाख रुपए मूल्य के जेवरात बरामद किए हैं। एसपी अभिनव चौकसे ने बताया कि आरोपी जगदीश पिता कालीचरण उम्र 70 साल निवासी धावड़ाघाट दिन में ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे-मोटे समान बेचने के बहाने से रेकी करता था। फिर उसका बेटा राजकुमार पारधी उम्र 40 साल गिरमिट गैंग के आठ सदस्यों के साथ चोरी की घटनाओं को रात एक बजे से सुबह पांच बजे के बीच अंजाम देते थे। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने ग्राम धौलपुर, खिरकिया, मक्तापुर, हसनपुरा, कड़ोलाराद्यो, पिपल्या भारत मे चोरी करना कबूल किया है।
सूने मकानों के दरवाजे गिरमिट से खोलकर करते थे चोरी
चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी करीब २० दिन पहले गांव में रेकी कर लेते थे। उसके बाद गांव के बाहर बने मकानों को अपना निशाना बनाते थे, जहां से चोरी कर भागने में आसानी रहे। रात एक से सुबह पांच बजे के बीच सभी आठों आरोपी सूने मकानों को अपना निशाना बनाते थे। पहले गिरमिट से दरवाजे को खोलकर अंदर जाते और घर में रखी अलमारियों से जेवरात ओर नगदी लेकर फरार हो जाया करते थे। उक्त कार्यवाही में थाना छिपावड़ के थाना प्रभारी मुकेश गौड़, उनि प्रियंका पाठक, खुशहाल बघेल, सउनि रंजीत पातुलकर, राजेन्द्र मीणा, प्रआर गजेन्द्र यादव, आर मोहन चौधरी की सराहनीय भूमिका रही।
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