किसान आक्रोश मोर्चा के आव्हान पर व्यापारियों ने किया हरदा बंद का सर्मथन
सोयाबीन भाव 6 हजार करने एक माह से प्रयासरत है किसान
1 अक्टूबर को स्टेट और नेशनल हाइवे करेंगे जाम
अनोखा तीर, हरदा। जिले के किसान विगत एक माह से सोयाबीन का भाव ६ हजार करने के लिए कभी ज्ञापन देकर तो कभी वाहन रैली निकालकर, तो कभी जल सत्याग्रह करके सरकार से मांग कर रहे है। बुधवार रात में किसानों द्वारा शहर में मशाल यात्रा निकाली गई और यह मशाल यात्रा ग्रामीण क्षेत्रों में अब लगातार 30 सितंबर तक सभी गांवो के किसान अपने अपने गांव में मशाल जुलूस निकाल कर सरकार को जगाने का काम करेंगे। किसानों के द्वारा एक अक्टूबर को स्टेट और नेशनल हाइवे पर भी जक्काजाम करने की रणनीति बनाई गई है। गुरूवार को किसान मोर्चा के आव्हान पर हरदा बंद किया गया । जिसका व्यापक असर देखने को मिला। जरूरी सामान को छोड़ सुबह से ही शहर के मुख्य बाजार सहित सभी दुकाने बंद रही। जो शाम ५ बजे के बाद खुलना शुरू हुई। शहर में एक-दो दुकाने खुली मिली जिनकों किसानों ने निवेदन कर और दुकानदार को माला पहनाकर बंद करवाया। गौरतलब है कि बीते एक महीने से जिले के किसान सोयाबीन फसल के दाम छह हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को किसानों के समर्थन में पूरा हरदा जिला बंद रहा है। इस दौरान सुबह से केवल सब्जी, दूध की दुकानें और मेडिकल स्टोर्स ही खुले हैं, बाकी बाजार पूरी तरह से बंद रहा। किसानों का कहना है कि यदी हमारे लगातार प्रयास के बाद भी यदि सरकार सोयाबीन का भाव ६००० नहीं करती है तो हम राजधानी तक का घेराव करने में पीछे नहीं हटेंगे। किसानों की मांग को जायज मानते हुए व्यापारी वर्ग ने भी बंद का सर्मथन किया। व्यापारियों का कहना है कि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिलना चाहिए। किसान से ही बाजार चलता है, अगर उनकों फसल का उचित दाम मिलेगा तभी तो बाजार से खरीदी करेंगे।
बाइक से सड़कों पर घूमे किसान, दुकाने बंद रखने की अपील की
किसानों के अलग-अलग समूह ने शहर की सड़कों पर बाइक से घूमकर बाजार बंद करने की अपील की। वहीं व्यापारियों ने भी किसानों का सहयोग किया। कुछ दुकान खोलने वाले लोगों को आग्रह कर दुकान बंद भी करवाई गई। इस दौरान किसानों ने कहा कि सरकार ने उनकी मांग को पूरा नहीं किया तो राजधानी भोपाल कूच करेंगे। हमारी मांग जायज है और सरकार को हमारी मांग मानना होगी। इसके लिए सभी किसान लगातार प्रयास कर रहे है और जब तक ६००० भाव नहीं किया जाता प्रदर्शन जारी रहेगा।
भाव 6000 करा कर ही दम लेंगे
किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पर हम सोयाबीन का भाव 6 हजार रुपये क्विंटल कराकर हीं दम लेंगे। सरकार को किसानों की मजबूरी समझना चाहिए। आज सोयाबीन के जो भाव हैं उनमें लागत निकाल पाना भी मुश्किल हो गया है। किसानों के पास अगले सीजन की बोवनी करने लायक भी पैसे नहीं बचते हैं, इसलिए सोयाबीन का भाव 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल कराने की मांग को लेकर उन्होंने बाजार बंद कराकर अपनी मांगों को पूरा करने को लेकर व्यापारियों का समर्थन प्राप्त किया है। हरदा बंद के दौरान फसल बेचने आए किसान ने ट्रॉली वापस ले जाने का निर्णय लिया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों ने उन्हें फूल-माला पहनाई।
एक सितंबर को स्टेट और नेशनल हाइवे करेंगे जाम
जिले में विगत एक माह से लगातार सोयाबीन उत्पादक किसान अपनी 6000 की मांग के लिए संघर्षरत है । किसानों का कहना है कि लगातार आंदोलन के चलते आज सम्पूर्ण हरदा जिला पूरे दिन पूरी तरह से बंद रहा। इसी चरण में 28 सितंबर को सभी गांवो में हनुमान चालीसा का पाठ होगा। वहीं 1 अक्टूबर को 12 बजे से 3 बजे तक सभी स्टेट और नेशनल हाइवे जाम किये जायेंगे। किसानों के इस शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद भी यदि सरकार किसानों की मांग नहीं मानी जाती है, तो प्रदेश के सभी किसान उग्र आंदोलन की रणनीति भी बना रहे है। जिसमे अबकी बार भोपाल को जाम करने का कार्य्रकम तय किया जा रहा है।