अनोखा तीर, हरदा। कलेक्टर आदित्य सिंह ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ रोहित सिसोनिया सहित जनपद पंचायत टिमरनी, हरदा व खिरकिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा भी मौजूद थे। उन्होने ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत संचालित कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और निर्देश दिये कि इन कार्यों में निर्माण सामग्री और मजदूरी की राशि के अनुपात का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में सीईओ श्री सिसोनिया ने बताया कि गत दिनों में खिरकिया, टिमरनी और हरदा के ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाले राजमार्गों पर बैठे निराश्रित गौवंश को हटाकर गौशालाओं में भेजने की कार्यवाही की गई है।
जिले के 503 गांव हुए ओडीएफ प्लस
कलेक्टर श्री सिंह ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के महाप्रबन्धक को निर्देश दिये कि सड़कों के दोनों ओर साइड शोल्डर व्यवस्थित ढंग से बनाये जाये तथा विभिन्न टर्निंग पाईन्ट पर सड़कों के दोनों ओर लगी झाड़ियों को कटवाया जाए ताकि सड़क दुर्घटना की आशंका न रहे। बैठक में बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया गया है तथा जिले के 504 में से 503 ग्राम ओडीएफ प्लस की श्रेणी में आ गए हंै। इनमें हरदा विकासखण्ड के 168, खिरकिया विकासखण्ड के 176 तथा टिमरनी विकासखण्ड के 159 ग्राम शामिल है। केवल हरदा विकासखण्ड का एक गांव हेमापुर इस श्रेणी में अभी नहीं आया है। इसके अलावा इस वित्तीय वर्ष में 5 सामुदायिक स्वच्छता परिसर निर्मित हो चुके है तथा 16 निर्माणाधीन स्थिति में है। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में गत दिनों ‘एक पेड़ मां के नामÓ अभियान तथा ‘जल गंगा संवर्धन अभियानÓ में बेहतर प्रदर्शन के लिये ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की सराहना की।
पात्र हितग्राहियों को ही मिले योजनाओं का लाभ
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की भी समीक्षा की और निर्देश दिए कि ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों के सर्वे दल बनाकर पात्र हितग्राही चिन्हित कर सूचीबद्ध करें ताकि भविष्य में उनके लिए प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए जा सकें। उन्होने ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्वसहायता समूहों के कार्यों की भी बैठक में समीक्षा की और निर्देश दिये कि समूह की महिलाओं को रोजगारमूलक गतिविधियों से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने के प्रयास किये जाएं। उन्होने कहा कि समूह की महिलाओं के माध्यम से सेनेटरी नेपकिन का निर्माण और उसकी पेकेजिंग का व्यवसाय प्रारम्भ किया जा सकता है।
जल जीवन मिशन के कार्यों की भी समीक्षा
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में संचालित नल जल योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी पवनसुत गुप्ता ने बताया कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत 458 गांवों में पेयजल योजनाएं स्वीकृत हुई थी, जिनमें से कुल 214 पेयजल यो
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