शहर का खंडवा बायपास…  हादसों का बढ़ रहा ग्राफ, उपाय की दरकार

 

शहर में बढ़ती आबादी की झलक यहां की ट्राफिक व्यवस्था पर साफ देखी जा रही है। करीब दो दशक पहले शहरी सीमा पर बना खंडवा बायपास मार्ग अब मानो शहर के मध्य में शामिल हो चुका है। वहीं दूसरी ओर बायपास पर बड़े वाहनों की आवाजाही बरकरार है , जो पहले दो गुना बढ़ी है। स्थिति यह है कि तेज रफ्तार वाहन हादसों का सबब बन रहे हैं। बीतें एक पखवाड़े पर नजर डाले तो यहां तीन बड़े हादसे सामने आ चुके हैं। इन सबके बीच अब नये रिंग रोड की आवश्यकता जोर पकड़ने लगी है, ताकि ट्राफिक डायवर्ट होने के साथ साथ हादसे की आशंकाओं को विराम लग सके।  

 

अनोखा तीर, हरदा। मुख्यालय पर सबसे पहले बनकर तैयार खंडवा बायपास मार्ग जो इन्दौर एवं खंडवा की तरफ जाने वाले बड़े वाहनों को बाहर की बाहर से निकालता है। वहीं जिले की खिरकिया, मगरधा एवं सोनतलाई समेत अन्य रूट के अनेक ग्रामों को मुख्यालय से जोड़ता है। साथ ही क्षेत्र के किसानों को मंडी से सीधे कनेक्ट करता है। बहरहाल, मुद्दा यह है कि यहां बढ़ती आबादी का असर शहर की ट्राफिक व्यवस्था पर देखा जा रहा है। करीब दो दशक पहले मंडी निधी से शहरी सीमा पर बना खंडवा बायपास मार्ग अब घनी आबादी क्षेत्र के मध्य शामिल हो चुका है। वहीं दूसरी ओर बायपास पर बड़े वाहनों की आना-जाना पहले की तरह जारी है, जो पहले की तुलना दोगुना बताया जा रहा है। इस संबंध में बायपास से जुड़े लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार वाहन हादसों का सबब बन रहे हैं। बीतें एक पखवाड़े पर नजर डाले तो यहां तीन बड़े हादसे सामने आ चुके हैं, जो कि सड़क सुरक्षा को लेकर किसी संकेत से कम नही हैं। ऐसे में समय रहते सुरक्षा उपायों पर गौर करने की दरकार है। उन्होंनें शहर की ट्राफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने की दिशा में प्रस्तावित नये रिंग-रोड की आवश्यकता पर जोर भी दिया, जो वर्तमान हालातों से निपटने के लिये दूरगामी कार्ययोजना है।

केस नं – 1

18 मार्च को बायपास स्थित मानकर हॉस्पिटल के ठीक सामने लोहे के सरियों से लदी ट्राली बीच सड़क पर पलट गई। जबकि ट्रेकटर अनियंत्रित होकर नाली में जा घुसा। हादसे के वक्त बायपास पर वाहनों की आवाजाही बहाल थी। गनीमत रही कि कोई जनहानि नही हुई। हालांकि हादसे की वजह से बायपास पर वाहनों का आवागमन खासा बाधित हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तेज रफ्तार के कारण ट्रेक्टर कंट्रोल नही हुआ और पलटी खा गया।

केस नं – 2

हादसे के दूसरे दिन यानि 20 मार्च को ग्राम मरदानपुर से चना लेकर मंडी जा रही ट्रेक्टर-ट्राली बायपास पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बायपास पर गड्ढे में ट्राली उतरते ही उसका संतुलन डगमगा गया। क्योंकि, ट्राली में करीब 50 क्विंटल चना भरा हुआ था। इस दौरान चलते ट्रेक्टर का ट्राली से संपर्क टूट गया। संपर्क टूटते ही ट्राली रगड़ाती चली गई। टीक उसी समय ट्राली पर बैठे बुजूर्ग समेत एक अन्य युवक ट्राली से उछलकर सड़क पर जा गिरे थे।

केस नं – 3

बायपास स्थित गौर कालोनी निवासी सतपाल सारन सड़क किनारे खड़े होकर एक अन्य व्यक्ति से बातचीत कर रहा था, तभी सामने से आई तेज रफ्तार बाईक उसके हाथ से जा टकराई। टक्कर से उसके सीधे हाथ की एक उंगली कटकर लटक गई। वहीं दूसरा पक्ष बाईक समेत दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वार्डवासियों के मुताबिक एक अन्य वाहन से बचने के चक्कर में बाईक चालक से हादसा हो गया। अगर रफ्तार धीमी होती तो हादसा टल सकता था।

बेलगाम ट्राफिक से निजात

इन्दौर रोड स्थित छोटीहरदा से खंडवा रोड स्थित कडौला के बीच करीब 6 किलोमीटर लंबा टू-लेन रिंग-रोड बनना प्रस्तावित है। जिस पर लगभग 26 करोड़ रूपये खर्च होंगे। इसके बनने से इन्दौर एवं खंडवा की तरफ जाने वाले बड़े वाहन इसी रिंग-रोड से गुजर सकेंगे। वहीं अन्य वाहन भी रिंग-रोड का इस्तेमाल कर दूरी एवं समय की बचत करेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा शहरी क्षेत्र को बेलगाम ट्राफिक की झंझट से छुटकारा मिलना तय माना जा रहा है।

 

सीमांकन पर थमी कार्रवाई

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रस्तावित रिंग रोड को लेकर प्रारंभिक कार्रवाई को पूरा कर लिया है। अगली कार्रवाई के मध्य फसलों की बुआई और विस चुनाव की आचार संहिता के कारण समय बीत गया। फसल कटकर तैयार हुई तो अब मूंग की बुआई कर खेतों को हरा कर लिया गया है। ऐसे में कार्रवाई आगे बढ़ना टेढ़ी खीर बताई जा रही है। बहरहाल, लोक निर्माण विभाग को रिंग रोड के निर्माण कार्य का रास्ता साफ करने की दिशा में समय को साधने की चुनौती है।

Views Today: 2

Total Views: 30

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!