तेंदुए ने तीन लोंगों पर किया हमला, एक का कान काटा, शोर सुनकर भागा तो कुएं में गिरा
इंदौर से आए रेस्क्यू दल ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे कुएं से बाहर निकाला।
अनोखा तीर बुरहानपुर:-रविवार सुबह करीब छह बजे धूलकोट क्षेत्र के दवाटिया गांव के ग्रामीणों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। इस हमले में एक पंद्रह वर्षीय बालक सहित तीन लोग घायल हुए हैं। इनमें से एक का तेंदुए ने कान काट लिया है। तीनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों का शोर सुनकर बाद में तेंदुआ भी भागा, लेकिन बिना मुंडेर वाले कुएं में जा गिरा। इंदौर से आए रेस्क्यू दल ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे कुएं से बाहर निकाला।
बुरहानपुर जिला अस्पताल में भर्ती मांगीलाल पुत्र कोतवाल (45 वर्ष) ने बताया कि सुबह ग्रामीण खुले में शौच व टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान गांव के बाहर छिपे बैठे तेंदुए ने हमला बोल दिया। जिससे उसके अलावा मेहरबान सिंह पुत्र जाहर सिंह (15 वर्ष) और बदा पुत्र मोटला (50 वर्ष) भी घायल हुए हैं। बदा का एक कान हमले में कट गया है। वनरक्षक आर. रघुवंशी ने बताया कि तीनों घायलों का इलाज चल रहा है और वे खतरे से बाहर हैं।
पानी के चक्कर में गांव पहुंच रहे वन्यजीव
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के पास से जंगल लगा है। इन दिनों जंगल में पानी के स्रोत सूख गए हैं और वन विभाग ने इसके लिए पुख्ता प्रबंध नहीं किए हैं। जिसके चलते वन्यजीव गांव का रूख कर रहे हैं। इसके साथ ही बीते कुछ सालों में जंगल की अंधाधुंध कटाई भी की गई है। जिससे वन्य प्राणियों के प्राकृतिक आवास पर असर पड़ा है। पानी के साथ-साथ गांवों के आसपास वन्यजीवों को मवेशी भी मिल जाते हैं। जिसके चलते वे बार-बार गांवों के पास आ रहे हैं
बारह सदस्यीय था रेस्क्यू दल
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी सुबह करीब नौ बजे गांव पहुंच गए थे। तब से ग्रामीणों की मदद से तेंदुए को कुएं से निकालने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन सफल नहीं हुए। दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास इंदौर से वन विभाग का प्रशिक्षित रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा।
जिसने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद शाम साढ़े पांच बजे तेंदुए को कुएं से बाहर निकाला। रेस्क्यू दल में आठ प्रशिक्षित जवान और पिंजरे वाले विशेष वाहन के चार सदस्यों को मिलाकर कुल 12 सदस्य शामिल थे।
खकनार में प्रस्तावित महात्मा गांधी सेंचुरी में छोड़ा जाएगा तेंदुए के रेस्क्यू के दौरान डीएफओ विजय सिंह और एसडीओ वन मानसिंह खराड़ी सहित चार रेंज के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि इस तेंदुए को खकनार में प्रस्तावित महात्मा गांधी सेंचुरी में छोड़ा जाएगा।