सीपीआर प्रशिक्षण में बताया अटैक आने पर कैसे बचाएं जान

थाना परिसर में आयोजित किया प्रशिक्षण कार्यक्रम

नसरूल्लागंज। कार्डिक अटैक कभी भी किसी को आ सकता है। ह्दय गति रूकने से कभी भी किसी की मौत हो सकती है। सबसे पहले प्राथमिक चिकित्सा में सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन) देना होता है। यह हम सभी को सीखना बहुत जरूरी है। इससे लोगों की मदद कर जान बचाई जा सकती है। उब्त बातें एसडीओपी आकाश अमलकर ने थाना परिसर में आयोजित सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस दौरान सिविल अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा कार्डिक अटैक आने पर सीपीआर देने का प्रशिक्षण दिया। थाना प्रभारी कंचन सिंह ठाकुर ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक द्वारा सीपीआर दिए जाने का प्रशिक्षण हर थाने में दिया जा रहा है। यह जीवन रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कब किसके साथ ऐसी स्थिति बन जाए कि उसके जान पहचान वाला, आस पड़ोस में बैठा व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाए और उसको सीपीआर देने की जरूरत पड़े। यद्पि हम सभी को सही तरीके से सीपीआर देना आता है तो उक्त मरीज की जान बचाने में सहायक बन सकते है। कई बार ऐसी स्थिति बनती है जब तक मरीज को चिकित्सक के पास ले जाते है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। सीपीआर को अस्पताल स्टॉफ की मौजूदगी में एसडीओपी व थाना प्रभारी सहित थाने स्टाफ द्वारा किया।

डॉक्टर ने बताया-ऐसे दें सीपीआर
प्रशिक्षण के दौरान डॉक्टर साजिद खांन ने कार्डिक अटैक की स्थिति में सावधानी बरतने के बारे में बताया। इसके बाद एक जवान को जमीन पर लेटाकर सीपीआर देने की विधि बताई। उन्होंने बताया कि सबसे पहले जिस व्यक्ति को अटैक आया है उसे जमीन पर हाथ पैर सीधे करके लेटा लिया जाए। उसके बाद दो हाथों के पंजों को एक के ऊपर एक रखें। और अंगुलियों को फंसाकर पूरी ताकत के साथ मरीज के सीने पर दबाया जाए। ऐसा एक मिनट के अंदर तीस से चालीस बार जल्द जल्द किया जाए। किसी दूसरे व्यक्ति को बुलाकर मरीज का सिर व गर्दन को ऊपर की ओर उठाकर मुंह खुलवाया जाए। जिससे मुंह में कुछ फंसा होगा तो ऐसा करने पर वो बाहर निकल सकेगा। ये मॉकड्रिल करीब आधा घंटा चला। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, पुलिस जवान, वाहन चालक समेत अन्य सामान्य जन मौजूद थे।

Views Today: 2

Total Views: 50

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!