– ठेकेदार की दुकान से गाड़ी में लदती हैं पेटियां
प्रदीप शर्मा, हरदा। जिले में ठेका लेकर शराब बेचने वाले ठेकेदारों ने शायद अब गावों की भी ठेकेदारी ले ली है। इनकी दुकानों से रोज माल लादकर गावों में भिजवाया जाता है। जहां किराना दुकानों और चाय-पान की गुमटियों से यह डेढ़-दोगुने भाव पर धड़ल्ले से बेची जाती है। जानकारी के अनुसार सामान्य लोग सेवन करने के नाम पर अपने पास केवल तीन बोतल शराब ही रख सकते हैं। इसमें शराब की एक बोतल खुली होना चाहिए। इससे अधिक मात्रा में यदि किसी व्यक्ति के पास शराब की बोतल पाई जाती है तो उसे अवैध भंडारण मानकर आबकारी अधिनियम एक्साइज एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है। मगर यहां तो ठेकेदार के इशारे पर रोज कई पेटी शराब गांवों में विक्रय हेतु भेजकर अवैध भंडारण कराकर गांव में विक्रय कराया जा रहा है।
रोज दुकान से गाड़ी में लदती है शराब
जिले में रोजाना शराब ठेकेदार की दुकान से शराब की पेटियां लादकर गावों में भेजी जाती है। न तो इस अवैध परिवहन और विक्रय पर विभाग ध्यान देता है और न ही पचलिस महकमा। कई बार तो गांवों में पड़ौसी जिलों के ठेकेदार भी अपना माल खपाने भेज देते हैं। इस कारण यहां शराब माफिया गैंग के बीच गोली चलाने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।