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मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के रीवा, सागर, ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, भोपाल एवं इंदौर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा शहडोल, नर्मदापुरम, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। बडामल्हरा में 20, कोलारस में 16, ओरछा में 15, चंदेरी में 14, बड़ागांव धसान, लिधोरा में 13, बिरसिंहपुर, टीकमगढ़ में 12, बैराड, गोरमी, सिरोंज, मिहोना में 9, भितरवार, रौन, मुंगावली, हनुमा, गढ़ाकोटा में 8, जतारा, मालथौन, चितरंगी, भानपुरा, ईसागढ़, दतिया, गुना में 7 सेमी बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम केंद्र का पूर्वानुमान कह रहा है कि रीवा, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल तथा ग्वालियर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साछ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग का यलो अलर्ट बता रहा है कि रीवा, नर्मदापुरम, चंबल, ग्वालियर संभागों के जिलों में तथा अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानुपर, खंडवा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिल रही है, ऐसे में तीन दिनों तक वर्षा जारी रह सकती है। वर्तमान में पांच मौसम प्रणालियां सक्रिया हैं। वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। झारखंड और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक शक्तिशाली चक्रवात बन गया है। मानसून ट्रफ गंगानगर, रोहतक, मेरठ से होते हुए फुरसतगंज, पुरुलिया और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। साथ ही कोंकण तट से उत्तरी केरल तट के सामानांतर अपतटीय ट्रफ मौजूद है। महाराष्ट्र पर विपरीत दिशा की हवाओं (पूर्व-पश्चिमी) का टकराव हो रहा है।
विस्तार
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। तापमान में भी गिरावट रही। कुछेक जगह पर रात में उमस जरूर परेशान कर रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान सीधी में 37.2 डिग्री दर्ज किया गया, तो सबसे कम तापमान खरगोन में रहा। यहां रात का तापमान 17.8 डिग्री पर पहुंच गया है। गुरुवार 21 जुलाई 2022 को 4 संभागों और 9 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अगले 24 घंटों के लिए यलो अलर्ट दिया गया है। जिसके मुताबिक 13 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के रीवा, सागर, ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, भोपाल एवं इंदौर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा शहडोल, नर्मदापुरम, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। बडामल्हरा में 20, कोलारस में 16, ओरछा में 15, चंदेरी में 14, बड़ागांव धसान, लिधोरा में 13, बिरसिंहपुर, टीकमगढ़ में 12, बैराड, गोरमी, सिरोंज, मिहोना में 9, भितरवार, रौन, मुंगावली, हनुमा, गढ़ाकोटा में 8, जतारा, मालथौन, चितरंगी, भानपुरा, ईसागढ़, दतिया, गुना में 7 सेमी बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम केंद्र का पूर्वानुमान कह रहा है कि रीवा, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल तथा ग्वालियर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साछ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग का यलो अलर्ट बता रहा है कि रीवा, नर्मदापुरम, चंबल, ग्वालियर संभागों के जिलों में तथा अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानुपर, खंडवा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिल रही है, ऐसे में तीन दिनों तक वर्षा जारी रह सकती है। वर्तमान में पांच मौसम प्रणालियां सक्रिया हैं। वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। झारखंड और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक शक्तिशाली चक्रवात बन गया है। मानसून ट्रफ गंगानगर, रोहतक, मेरठ से होते हुए फुरसतगंज, पुरुलिया और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। साथ ही कोंकण तट से उत्तरी केरल तट के सामानांतर अपतटीय ट्रफ मौजूद है। महाराष्ट्र पर विपरीत दिशा की हवाओं (पूर्व-पश्चिमी) का टकराव हो रहा है।
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