नई दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार, चीन (China) ने अब पूर्वी लद्दाख (Laddakh) से लगे बॉर्डर इलाके में अपने 25 लड़ाकू विमान तैनात कर रखे हैं। इतना ही नहीं इसमें चीन के J-11 और J-20 लड़ाकू जैसे बड़े लड़ाकू विमान शामिल हैं, जो चीनी वायू सेना ने होतान हवाई अड्डे पर खड़े कर रखे हैं।
वहीं अब तमाम भारतीय एजेंसी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की वायु सेना की गतिविधियों पर फिलहाल कड़ी नजर रख रही हैं। बता दें कि, भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) है जो उत्तर में लद्दाख से लेकर उत्तर-पूर्व में अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई हैं।
अमेरिका ने किया आगाह
गौरतलब है कि चीन की ये खतरनाक गतिविधि ऐसे समय पर सामने आयी है, जब कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने चीन की सीमा पर चाइनीज आर्मी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को बेहद खतरनाक करार दिया है।
जानें तैनात हुए, J-20 की ताकत
जानकारी दे दें कि, J-20 एक घंटे में 2100 किलोमीटर की खतरनाक और लम्बी दूरी तय कर सकता है। इसके माने ये हुए कि,होतान से दिल्ली तक की हवाई दूरी करीब 1,000 किलोमीटर है। यानी इसे यहां तक पहुंचने में महज 30 मिनट लगेंगे।
चीन बना रहा ब्रिज, बढ़ा रहा ताकत
हालाँकि अब लद्दाख के पास चीन एक और नए ब्रिज का निर्माण भी कर रहा है, जिससेउसकी बख्तरबंद गाड़ियां भी जा सकेंगी। पता हो कि चीन ने इसी साल मार्च में भी एक छोटा सा ब्रिज बनाया था। वहीं दूसरी रिपोर्ट के मुतिबक नया ब्रिज पुराने ब्रिज से बिल्कुल ही लगा हुआ हुआ है। हालाँकि पहले बने ब्रिज का उपयोग अब सर्विस ब्रिज की तरह किया जा रहा है। इसकी दूरी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) से महज 20 किमी से अधिक है।
क्या था मामला
पता हो कि, बीते जून 2020 में चीन और भारत के मध्य गलवान घाटी में भयंकर हिंसक झड़पें हुई थीं, जिसमें भारत और चीन दोनों के ही कई सैनिक मारे गए थे। इस घटना के बाद अब तक करीब 15 से ज्यादा दौर की शांति वार्ता हो चुकी हैं, मगर अभी तक दोनों के बीच सुलह नहीं हो सकी है। वहीं इस तनाव के चलते आज भी भारत-चीन सीमा के दोनों तरफ ही करीब 50 हजार से 60 हजार सैनिक जमा हैं। लेकिन ऐसे में चीन द्वारा लड़ाकू विमान तैनात करना मामले की गंभीरता को और भी बढ़ा सकता है।