5138 करोड़ लागत वाली कुंभराज परियोजना से 97500 हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
गुना जिले में 175.76 करोड़ लागत से 604 विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
श्री खंडेलवाल की बेटी के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए 4 लाख और ममता विश्वकर्मा को 1 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा
बीनागंज में गौशाला विकास के लिए 12 लाख रुपए देने की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया पीकेसी नदी लिंक परियोजना आभार सभा को किया संबोधित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का माना आभार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश नदियों का मायका है। हमारे यहां कोई ग्लेशियर नहीं हैं, लेकिन सघन वन और जलराशि उपलब्ध है। प्रदेश का कोई भी गांव, कोई भी खेत पानी से वंचित न रहे इसके लिए हमारी सरकार ने प्रदेश में तीन बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं पर काम शुरू किया है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना इन्हीं में से एक है। गुना जिले को पीकेसी के साथ-साथ कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना का भी बड़ा लाभ मिलेगा इससे यहां के गांव-गांव और खेत-खेत तक पानी पहुंचेगा। यह परियोजना गुना जिले की तस्वीर बदल देगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के बीनागंज में पीकेसी नदी लिंक परियोजना के लिए जिलेवासियों द्वारा आयोजित आभार सभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने करीब 5138 करोड़ रूपए की लागत वाली कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना की स्वीकृति पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। इस परियोजना से गुना जिले की 97500 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि को बारहमासी सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो गई है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुना जिले के समग्र विकास के लिए कुल 175.76 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न श्रेणी के 604 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से ग्राम बीनागंज के श्री राजेश खंडेलवाल की बेटी के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए 4 लाख रुपए देने की घोषणा की। बेटी के इलाज के लिए सरकार द्वारा एक लाख रूपए पहले ही दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रीमती
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 2003 तक विपक्षी दल की सरकार थी और उस दौर में किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिला। तब की सरकार ने किसानों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा 55 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। गुना के गुलाब और धनिया में यहां के किसानों की कड़ी मेहनत की खुशबू आती है। गुना जिला मालवा और चंबल का दरवाजा है। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में चंबल में दस्यु संकट चरम पर था। हमारी सरकार बनने पर डाकुओं का सफाया कर दिया गया। अगर 50 साल पहले दस्यु समस्या का हल निकल जाता, तो इस अंचल का अत्यधिक विकास होता। पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी योजना बाबा महाकाल का आशीर्वाद हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में नदी जोड़ो परियोजना का कार्य जारी है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक परियोजना से चंबल और मालवा के 13 जिलों को लाभ मिलेगा इससे राजस्थान के भी 13 जिले लाभान्वित होंगे। विपक्षी दल की सरकारों ने पीकेसी परियोजना का विरोध किया और कई सालों तक अटकाए रखा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में समस्या का हल निकाला गया। पीकेसी की सहायक कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना से अब गुना जिले की हर तहसील, हर गांव और खेत में सिंचाई जल और पेयजल का लाभ भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में गंभीर घायलों और गरीब जरूरतमंदों को एयर एम्बुलेंस का लाभ मिल रहा है। राहवीर योजना के माध्यम से सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की सहायता करने और अस्पताल पहुंचाने पर मदद करने वाले राहवीर को 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए गौपालकों को अनुदान देने की शुरुआत की है। गौशालाओं के लिए प्रति गाय अनुदान 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया गया है। हम भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े सभी स्थलों को धाम के रूप में विकसित करेंगे।
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) नदी लिंक परियोजना एक अकल्पनीय कार्य है। इसकी लागत 72 हजार करोड़ की है। परियोजना से चंबल और मालवा अंचल के 13 जिले लाभान्वित होंगे। 6 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी। उन्होंने कहा कि 40 लाख आबादी को इस परियोजना से लाभ मिलेगा। प्रदेश में सिंचाई का रकबा कभी 7 लाख हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने बताया कि केन-बेतवा लिंक नदी जोड़ो परियोजना 44 हजार 605 करोड़ की योजना है और इससे एक लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। परियोजना से से 103 मेगावॉट बिजली पैदा होगी और करीब 44 लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा। तीसरी बड़ी नदी परियोजना तापी मेगा रिचार्ज परियोजना 19 हजार करोड़ की है। इससे प्रदेश के दो जिले खंडवा और बुरहानपुर लाभान्वित होंगे। यह विश्व की पहली भू-जल रीचार्ज परियोजना है।
कार्यक्रम को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा गुना जिले के प्रभारी मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का हृदय से आभार व्यक्त किया।
चाचौड़ा विधायक श्रीमती प्रियंका मीणा ने कहा कि ईआरसीपी-पीकेसी परियोजना देश की सबसे बड़ी परियोजना है। जिसे अब मध्यप्रदेश की भूमि पर साकार किया जा रहा है। कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना का लाभ 4 जिलों को मिलेगा और इससे किसानों को सिंचाई और उद्योगों के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा।
कार्यक्रम में राजगढ़-ब्यावरा के लोकसभा सांसद श्री रोडमल नागर, विधायक श्री पन्नालाल शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरविंद धाकड़, जिलाध्यक्ष श्री धर्मेंद्र सिकरवार, श्री राहुल कोठारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान बंधु एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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