अनोखा तीर, हरदा। हरदा में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 43 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ, लेकिन एक विवाह विवादों में घिर गया। समारोह शनिवार को इंदौर रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के पास हेलीपैड पर आयोजित किया गया। सभी जोड़ों को शासन की ओर से 49-49 हजार रुपए के चेक प्रदान किए गए। पूर्व मंत्री कमल पटेल, विधायक डॉ. आरके दोगने, जिला पंचायत अध्यक्ष गजेंद्र शाह और नगर पालिका अध्यक्ष भारती कमेडिया समेत अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। प्रत्येक जोड़े के लिए भोजन व्यवस्था के लिए शासन ने 6-6 हजार रुपए की राशि आवंटित की। टिमरनी थाना क्षेत्र के ग्राम शमशाबाद से आए एक परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी का विवाह बिना अनुमति के करा दिया गया। परिजनों का कहना था कि उनकी बेटी एक महीने पहले सिलाई का काम करने के लिए घर से निकली थी और वापस नहीं लौटी। उन्होंने लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। जब उन्हें विवाह की सूचना मिली, तब तक शादी हो चुकी थी। हालांकि लड़की बालिग है, लेकिन परिजनों का कहना है कि विवाह के लिए माता-पिता की अनुमति आवश्यक थी। विवाद बढ़ने पर दूल्हा पक्ष और दुल्हन मौके से गायब हो गए। नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का कहना है कि सभी विवाह शासन के नियमों के अनुसार ही संपन्न कराए गए।
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