ANOKHATEER.COM बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए स्कूलों के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। क्योंकि शिक्षक ही एक ऐसा व्यक्ति है, जो बच्चों को शिक्षा के अलावा अनुशासन सिखाता है। लेकिन बनखेड़ी में सीएम राइस स्कूल में एक अनोखा ही मामला देखने को मिला। जहां प्राचार्य का गुस्सा सातवें आसमान पर है। प्राचार्य का छात्रों के प्रति कितना दुर्व्यवहार है, इस मामले से अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां शिक्षक बच्चों को शांतिपूर्वक भी समझने का प्रयास करते हैं। परंतु यहां के प्राचार्य इतने गुस्से वाले हैं कि बच्चों को समझाने की बजाय बाल ही काट दिए। प्राचार्य ने बच्चों को ऐसी सजा दी, जिससे बाद में जिसने खबर सुनी वह अचंभित हो गया। प्राचार्य ने करीब 20 बच्चों के बालों पर कैंची चलाई है। इस कार्य से बच्चों पर काफी बुरा असर पड़ा है और अपमानित सा महसूस हुआ। बताया जा रहा है कि छात्रों को इस अपमान से बचने के लिए स्कूल के नजदीकी दुकान से टोपी खरीद कर पहनना पड़ा था। मामला प्रकाश में आने के बाद प्राचार्य ने इसे दबाने का काफी प्रयास किया। सूत्रों की मानें तो मामला उजागर होते ही प्राचार्य ने मामला दबाने के लिए बच्चों को सहमति बनाने के लिए भी दबाव बनाया है। क्या आखिर सजा देने के बाद दबाव बनाकर सहमति बनाई जा सकती है? इस संबंध में सीएम राइस के प्राचार्य जगदीश मेहरा से संपर्क किया तो उन्होंने गोल-मोल जवाब देकर फोन काट दिया।
इनका कहना है
यह मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी को जांच दी गई है। जांच में जो भी सामने आएगा उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
– सत्रुंजय प्रताप सिंह बिसेन, जिला शिक्षा अधिकारी नर्मदापुरम।