श्रम एवं पंचायत मंत्री ने की घोषणा, १ अप्रैल २०२४ से …. कृषि श्रमिकों का वेतन 1674 रूपये बढ़ाने का निर्णय

 

प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के अलावा अन्य शासकीय एवं अर्द्धशासकीय संस्थाओं में कार्यरत अस्थायी कर्मचारी तथा खेत-खलिहानों में जी तोड़ मेहनत करने वाले कृषि श्रमिकों को अगले महिने से नई दरों के अनुरूप वेतन बढ़कर मिलेगा। कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। श्रम एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने कैबिनेट के श्रमिक हितैषी फैसलों को साझा किया। वहीं श्रमिकों को बढ़कर मिलने वाली राशि के बारे में विस्तार से बताया गया।  

 

अनोखा तीर, हरदा। श्रमिकों के वर्तमान वेतन में २५ प्रतिशत की वृद्धि का एलान किया गया है। नई वेतन दर का निर्धारण जनवरी से जून वर्ष 2019 के औसत अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर जारी हुआ है, जो 1 अक्टूबर 2019 से देय परिवर्तनशील महंगाई भत्ते को न्यूनतम वेतन में जोड़कर नई न्यूनतम वेतन दरें तय की हैं। जिसका सीधे तौर पर प्रदेश के लाखों श्रमिकों को लाभ मिलेगा। कैबिनेट के इस महत्वपूर्ण फैसले की जानकारी श्रम एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने साझा की। इस मौके पर श्रम आयुक्त संजय गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। उन्होंनें कहा कि बढ़ी हुई मजदूरी १ अप्रैल २०२४ से मिलेगी। इसके अलावा कृषि श्रमिकों के उत्थान की दिशा में प्रदेश सरकार ने कदम बढ़ाया है। उनके न्यूनतम वेतन दर में २५ प्रतिशत का इजाफा करने के बाद नई दरों के मुताबिक श्रमिकों का वेतन ७६६० रूपए प्रतिमाह हो जाएगा। महंगाई भत्ते सहित कृषि श्रमिकों के वेतन में प्रतिमाह डेढ़ हजार रूपए से ज्यादा की वृद्धि हुई है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हितार्थ लिए गए फैसलें के मध्य सक्रिय श्रमिकों को भी लाभान्वित करने की रूपरेखा तैयार की है। जिसमें बीड़ी, अगरबत्ती इत्यादि कार्यो में संलग्न श्रमिकों को नई दरों के अनुरूप महंगाई भत्ता जोड़कर वेतन प्राप्त होगा।

 

 

अलग-अलग श्रेणी को अलग-अलग लाभ  

जानकारी के अनुसार नई वेतन दरों के अनुसार आगामी 1 अप्रैल २०२४ से अकुशल श्रमिकों के वेतन में 1975 रुपए प्रति महीने माह की वृद्धि हुई है। न्यूनतम वेतन में वृद्धि के बाद देय महंगाई भत्ते सहित अकुशल श्रमिकों के वेतन में यह राशि जोड़कर प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार कुशल, अर्धकुशल व उच्च कुशल श्रेणी के श्रमिकों का वेतन निर्धारण किया है। अर्धकुशल श्रमिकों के वेतन थोड़ी ज्यादा यानि 2114 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि कुशल श्रमिकों के वेतन में 2459 रुपए की बढ़ोत्तरी तथा उच्च कुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 2784 रुपए प्रतिमाह तय हुआ है।

९ साल बाद एक बार फिर श्रमिकों का ख्याल

प्राप्त जानकारी के अनुसार इससे पहले प्रदेश सरकार ने ९ साल पहले यानि वर्ष २०१४ में श्रमिकों के हितार्थ कैबिनेट ने फैसला लिया था। उस समय भी मजदूरी की दरें बढ़ाई गई थी। लंबे अंतराल के बाद सरकार ने एक बार फिर श्रमिकों का ख्याल रखा है। श्रम एवं पंचायत मंत्री श्री सिंह ने बताया कि बीड़ी, अगरबत्ती और खेती समेत अन्य मजदूरी के काम में लगे श्रमिकों की मजदूरी में २५ प्रतिशत बढ़ोत्तरी की है, जो कि श्रमिकों के जीवन-यापन में सहायक बनेगा। उन्होंनें कहा कि नई दरें 1 अप्रैल से प्रभावशील हो जाएंगी।

सुविधा में यह भी जोड़ा….

– पार्ट टाइम मजदूरी करने वालों को संबल योजना से जोड़ा जाएगा।

– मजदूरों की दिव्यांगता व मृत्यु के आधार पर मिलने वाली सहायता बढ़कर अब 4 लाख रुपए होगी।

– श्रमिकों को ई-स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।

 

वेतन भी तय किया

– अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 9575 रुपए प्रतिमाह होगा।

– अर्धकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 10571 रुपए प्रतिमाह होगा।

– कुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढ़कर अब 12294 रुपए होगा।

– उच्च कुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 13919 रुपए प्रतिमाह होगा

Views Today: 2

Total Views: 156

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!