आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के प्रमुख मार्ग का दृश्य है। जहां इनदिनों फसल कटाई के चलते लोडिंग वाहनों में क्षमता से अधिक मजदूरों को बैठाया जा रहा है। वहीं एक गांव से दूसरे गांव ले जाया जा रहा है। इस दौरान ये तस्वीर आम है। लेकिन कई सवाल भी खड़े करती है। क्योंकि, पूर्व में इस तरह की लापरवाही के कारण कई हादसे हो चुके हैं। जिसमें हंडिया क्षेत्र और टेमागांव के पास हुआ हादसा शामिल है। जब, मजदूरों से भरे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गये थे। इस दौरान वाहनों में सवार मजदूरों को चोट लगी थी। बावजूद इन घटनाओं से जिम्मेदार सबक नही ले रहे हैं। परिणामस्वरूप लापरवाही का आलम बरकरार है। इस बारे में शहरवासियों का कहना है कि चार पैसों की बचत के चक्कर लोग मजदूरों की जान जोखिम में डालने से बाज नही आते हैं। जबकि बारिश के दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों के नदी-नाले उफान पर रहते हैं। इसके अलावा अन्य कमियां इस तरह के यातायात पर प्रश्न खड़े कर रहा है। जानकारी के अनुसार फसल कटाई का समय नजदीक आते ही अब यह सिलसिला जोर पकड़ेगा। जिसे देखकर लोग कह ही देते हैं, कि यह बात गलत है।
Views Today: 4
Total Views: 24