अनोखा तीर, हरदा। आजादी के अमृत महोत्सव के बीच जिले के वनवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्षरत हैं। गांव तक व्यवस्थित पहुंच मार्ग समेत बुनियादी सुविधाओं का भारी टोटा है। इन सबकी पुष्टि गांव के युवाओं की मजबूरी बयां कर रही है, जो वायरल वीडियो में साफ दिखा। जब, वनग्राम के वाशिंदे जान जोखिम में डालकर उफनती नदी को पार करते हैं। ये मामला ग्राम पंचायत वंशीपुरा का है। जहां सालों पुराना नदी पर बना रपटा अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रपटे एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। ऐसे में रपटे के शेष अवशेष पर से दोपहिया वाहनों को पैदल बमुश्किल निकाला जाता है। इस दौरान वाहन चालक के साथ एक सहयोगी की नितांत आवश्यकता होती है। ग्रामीणों के मुताबिक रपटे पर से छोटे चारपहिया वाहन सकुशल निकालना किसी चुनौती से कम नही है। वहीं नदी पुर आने की दशा में आवागमन ठप्प होना लाजमी है। जबकि दूसरी तरफ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासन वनवासियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति कितना गंभीर हैं, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। खैर , इन सबके बीच यह भी सच है कि जिसकी पीड़ा वो ही जाने। शायद यही कारण है कि व्यवस्थित पुल के अभाव में प्रभावित ग्राम गांगराढ़ाना व इन्द्रपुरा के लोग इस बार कमर कसते हुए नजर आ रहे हैं। उनका कहना है सुविधाएं नही तो वोट नही का नारा बुलंद करेंगे।