सोना खरीदने के लिए लोग काफी पैसा लगा देते हैं. कुछ लोग सोने को पहनने के लिए खरीदते हैं तो वहीं कुछ इसे निवेश के उद्देश्य से खरीदते हैं. लेकिन सोचिए आपको कहीं कचरा के बदले सोना मिल रहा हो तो आप शायद भर-भरकर कचरा देंगे और वापसी में उससे सोना लेंगे. एक ऐसा ही गांव भारत में है जहां आपको कचरा देने के बदले सोना मिलता है. हालत ये हो गई कि जैसे ही इस बात का ऐलान हुआ तो वहां का कचरा ही खत्म हो गया.
दरअसल, प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास हो रहे हैं। इस बीच कश्मीर के एक गांव ने प्लास्टिक के बदले सोने की अनोखी पहल शुरू की है। कश्मीर के अनंतनाग जिले में सादिवारा ग्राम पंचायत के सरपंच फारूक अहमद गनई गांव को प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त बनाना चाहते हैं। पेशे से वकील गनई कई तरह की कोशिशें कर चुके हैं, लेकिन गांव के लोगों का सहयोग नहीं मिलने से उनके ज्यादातर प्रयास निष्फल ही साबित रहे।
आखिर में उन्होंने ऐसा तरीका निकाला, जिससे अब बिना कहे लोग प्लास्टिक कचरा जमा करने लगे हैं। असल में उन्हों उन्होंने कहा कि अगर संभव हुआ, तो वे इस मुहीम को देश के हर जिले तक ले जाएंगे।
दो सप्ताह में प्लास्टिक मुक्त हुआ गांव…
फारूक अहमद गनई ने बताया कि उन्होंने लोगों से 200 किलो प्लास्टिक के बदले एक सोने का सिक्का देने का वादा किया था। इसके बाद महज दो सप्ताह में उनका गांव प्लास्टिक मुक्त हो गया। यही नहीं, जनवरी माह में उनके गांव को जिला आयुक्त की तरफ से आधिकारिक तौर पर प्लास्टिक मुक्त घोषित कर दिया गया। वहीं, अनंतनाग के सहायक विकास आयुक्त रियाज अहमद ने बताया कि सादिवारा कश्मीर का पहला गांव है, जिसे प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त घोषित किया गया है।