–मां को सिर में आई चोट, बेटे को चहरे पर लगे १७ टांके
अनोखा तीर, हरदा। बुधवार को शाम करीब ४.४५ बजे छिपानेर रोड स्थित भाग्यश्री पेट्रोल पंप के सामने तेज रफ्तार में घुडसवारी करते हुए एक व्यक्ति ने पीछे से टक्कर मारते हुए बाइक सवार मां-बेटे को सड़क पर गिरा दिया। घटना के बाद घुडसवार अपना घोड़ा लेकर मौके से भाग निकला। राहगिरों ने घायलों को ऑटो रिक्शा से जिला अस्पताल पहुंचाया। हादसे में दोनों को गंभीर चोट आई है। जिनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीकांत पिता शिवशंकर मालवीय उम्र ३१ वर्ष निवासी ग्वाल नगर बाइक से अपनी मां वंदना उम्र करीब ५५ वर्ष को लेकर घर जा रहा था। तभी पिछे से तेज रफ्तार में आए घुडसवार ने उन्हें सड़क पर गिरा दिया। वह कुछ समझ पाते इससे पहले ही घुडसवार अपना घोड़ा लेकर तेज रफ्तार में भाग निकला। घटना के बाद राहगीरों ने घायल मां-बेटे को जिला अस्पताल पहुंचाया। हादसें में श्रीकांत के चहरे पर गंभीर चोट आने से उसे १७ टांके लगाए गए वही उनकी मां वंदना के सिर में चोट आने से उनकी सिटी स्केन की गई। श्रीकांत को पुरूष सर्जिकल वार्ड में तो उनकी मां को महिला वार्ड में भर्ती किया गया है। अस्पताल पहुंचने के बाद घटना की जानकारी श्रीकांत के पिता शिवशंकर मालवीय को दी गई, जिसके बाद वह अस्पताल पहुंचे। श्रीकांत ने पुलिस को बताया कि घोड़ा सफेद कलर का था और उस पर करी ३५ से ४० साल का व्यक्ति घुडसवारी कर रहा था। हादसा होने के बाद वह कलेक्टर कार्यालय की ओर गया। पुलिस द्वारा मामले में घुडसवार व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है।
पिता ने भी तेज रफ्तार घुड़सवार को देखा, दोस्त को कहा यह कहीं किसी को गिरा ना दें
घटना की सूचना मिलने पर श्रीकांत के पिता शिवशंकर भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि छेपानेर रोड पर ही रघुवंशी मेडिकल के सामने उनकी कपड़े की दुकान है। वह शाम ५ बजे के करीब अपनी दुकान पर ही बैठे थे तभी एक सफेद घोड़े पर सवार व्यक्ति घोड़े को अंधगति में दौड़ाते हुए निकला उसके घोड़े के पीछे एक घोड़ा और दौड लगा रहा था, जिस पर कोई व्यक्ति नहीं बैठा था। मैंने पास ही खड़े मित्र को कहा कि देखों यह कैसे घोड़ा भगा रहा है, किसी को गिरा नहीं दें। मुझे क्या पता था कि यह घुडसवार मेरे ही परिवार को घायल करके भाग रहा है। मेरे फोन पर मुझे हादसे की सुचना मिली। जिसके बाद मैं अस्पताल पहुंचा। आज पुर्णिमा होने पर मैंने ही दोनों मां-बेटे को अपने गांव खिडकीवाला देवी-देवताओं को नारियल चढ़ाने के लिए भेजा था। वही से लौटते वक्त यह हादसा हो गया। बेटे को चहरे पर १७ टांके लगे है वही पत्नी को सिर में चोट आई है। मुख्य संडक पर इस तरह की घुडसवारी पर रोक लगना चाहिए।
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