भाजपा के बागी बना सकते हैं मुकाबले को त्रिकोणीय, थमने का नाम नहीं ले रहा भाजपा प्रत्याशी का विरोध
भैरुंदा। भारतीय जनता पार्टी के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा बुदनी विधानसभा उपचुनाव के लिए कर दी है। लेकिन यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार दिखाई देने लगे हैं। टिकट वितरण से नाराज भाजपाई बागी बनकर अपनी ही पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में भाजपा को नाम निर्देशन पत्र से पूर्व डैमेज कंट्रोल करने के लिए मशक्कत करना होगी। बुधनी में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के लगातार रहे विरोध को देखते हुए कार्तिकेय सिंह चौहान मैदान में उतर चुके हैं। माना जा रहा है कि स्वयं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान नाराज नेताओं व भाजपा कार्यकर्ताओं से सीधे बात कर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश करेंगे। इसी के चलते आज सोमवार को बुदनी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं मंडल पदाधिकारी को भोपाल तलब किया गया। लेकिन क्षेत्र के कई कद्दावर नेताओं के भोपाल नही पहुंचने से भाजपा की परेशानी बड़ सकती है। संभवत: यह नेता चुनाव के दौरान प्रचार से भी दूरी बना सकते है। दूसरी और भाजपा के द्वारा बुधनी से रमाकांत भार्गव का नाम प्रत्याशी के रूप में घोषित किए जाने के बाद से ही पूरे विधानसभा क्षेत्र में विरोध के स्वर लगातार देखने को मिल रहे हैं। प्रमुख रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर कई लोगों के द्वारा भाजपा प्रत्याशी के लिए अपनी राय दी जा रही है। ऐसे में बुदनी विधानसभा में भाजपा एक बार फिर प्रत्याशी चयन के मामले में बैकफुट पर पहुंच गई है।
तीन आर के बीच हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में इस समय आर,आर, आर का वर्चस्व देखने को मिल रहा है। ऐसा लगता है कि इन तीनों के बीच में त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। भाजपा से जहां रमाकांत भार्गव चुनाव के मैदान में है। तो कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं निर्दलीय रूप से पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत के चुनाव लडऩे की प्रबल संभावना है। इस विधानसभा क्षेत्र में तुला राशि का वर्चस्व देखने को मिल रहा है। यदि तीन आर के बीच मुकाबला होता है तो इसमें किसका ग्रह बलवान होगा यह 23 नवम्बर को होने वाली मतगणना के दौरान दिखाई देगा।
कांग्रेस से दिया इस्तीफा और सपा ने बनाया प्रत्याशी
प्रदेश कांग्रेस में सचिव के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे अर्जुन आर्य ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और उसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उन्हें बुधनी विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। चुनाव मैदान में भाजपा कांग्रेस के अलावा अब समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी भी होगा। अर्जुन आर्य विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस की और से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस ने पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया है। अपना टिकट कटता देख अर्जुन आर्य ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। सदस्यता लेने के तत्काल बाद ही उन्हें समाजवादी पार्टी ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया।
चुनाव की रणनीति तैयार करने राजपूत व यादव समर्थकों की बैठक आज
भाजपा के द्वारा किए गए टिकट वितरण से नाराज पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत एवं रेहटी क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता आसाराम यादव के समर्थकों के द्वारा मंगलवार को भैरुंदा के सर्व मंगलम पैलेस में कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की है। इस बैठक में चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में बुधनी विधानसभा क्षेत्र से असंतुष्ट भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। बैठक के बाद निर्णय होगा कि उप चुनाव के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। बैठक को लेकर गांव-गांव से भाजपा कार्यकर्ताओं के भैरूंदा आने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए भाजपा के कई असंतुष्ट नेता लगातार संपर्क करते हुए इस बैठक में कार्यकर्ताओं को आमंत्रित कर रहे है।
शिवराज ने कार्यकर्ताओं को किया भोपाल तलब, कई वरिष्ठ नेताओं ने बनाई दूरी
विधानसभा उप चुनाव में उभर रहे असंतोष को थामने के लिए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं को भोपाल में तलब किया। लेकिन भाजपा के कई बड़े नेता केंद्रीय मंत्री के बुलावे के बावजूद भी भोपाल नहीं पहुंचे। ऐसे में इन नेताओं की नाराजगी उभरकर सामने आई है। भोपाल में केंद्रीय मंत्री ने सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं को चुनाव में जी जान से जुटने की बात कही है।