अनोखा तीर, भोपाल। मप्र लघु वनोपज संघ ने तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे मैदानी वन अमले की प्रोत्साहन राशि में वृद्धि कर दी है। इसकी मंजूरी संघ के संचालक मंडल से भी ले ली गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सिर्फ तेंदूपत्ता संग्राहक ही पारिश्रमिक एवं बोनस राशि संघ से प्राप्त नहीं करते हैं बल्कि वन अमला भी इसका लाभ लेता है। संघ के अनुसार, तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे वन अमले के मैदानी अधिकारियों के अंतर्गत सहायक वनसंरक्षक को 5040 रुपये के स्थान पर 5500 रुपये प्रति माह के हिसाब से प्रोत्साहन मिलेगी। वनक्षेत्रपाल को क्रमश: 4032 रुपये के स्थान पर 4300, जबकि उप वन क्षेत्रपाल, वनपाल परिक्षेत्र सहायक को 3906 रुपये के बजाये 4300 रुपये रकम मिलेगी। इसी प्रकार, वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक, सहकारी निरीक्षक, उप अंकेक्षक, वनरक्षक, वन वृत्त एवं मंडल स्टेनोग्राफर को 3402 रुपये के स्थान पर एवं 3900 रुपये, परिक्षेत्र लिपिक/वाहन चालक को 3150 रुपये के स्थान पर एवं 3500 रुपये दिए जाएंगे। वनसंरक्षक क्षेत्रीय कार्यालय के अधीक्षक को 3024 रुपये के बजाये 3300 रुपये का भुगतान होगा। वन संरक्षक कार्यालय के लेखापाल को 2520 रुपए के स्थान पर 2700 रुपए दिए जाएंगे। वनसंरक्षक क्षेत्रीय कार्यालय के लिपिक/मुद्रक एवं आवक जावक लिपिक को 1260 रुपए के बजाए 1500 रुपए की रकम दी जाएगी। वनसंरक्षक क्षेत्रीय कार्यालय के भृत्य को 630 रुपये के स्थान पर 700 रुपए दिए जाएंगे। सहायक ग्रेड-वन/मुख्य लिपिक को 3024 के बजाये 3300 रुपए एवं लेखापाल/सहायक ग्रेड-टु को 2520 रुपए के बजाये 2800 रुपये का भुगतान किया जाएगा। सहायक ग्रेड-श्री वाले लिपिक/मुद्रक एवं आवक-जावक लिपिक को 1890 रुपए के स्थान पर 2200 रुपये अदा किए जाएंगे। भृत्य को 630 रुपये की बजाए 700 रुपए का भुगतान होगा। स्थाईकर्मी एवं वाहन चालक को पहली बार 700 रुपये का भुगतान किया जाएगा।बड़े अफसरों को दिया लाभसंघ ने तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे बड़े मैदानी अफसरों को लाभ दिया है। क्षेत्रीय कार्यालयों के सीसीएफ संघ के पदेन महाप्रबंधक होते हैं, जिन्हें 1 जुलाई 2014 से 1200 रुपये के स्थान पर 1500 रुपए प्रति माह प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जबकि वनमंडल के डीएफओ संघ के पदेन प्रबंधन संचालक जिला यूनियन होते हैं, जिन्हें 1 जुलाई 2024 से 1 हजार रुपए के स्थान पर 1200 रुपए प्रति माह अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
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