अनोखा तीर, हरदा। जनसमुदाय तक स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता संबंधित व्यापक प्रचार प्रसार एवं प्रभावी व्यवहार परिवर्तन हेतु जनआंदोलन के रूप में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी ‘राष्ट्रीय पोषण माहÓ का आयोजन 1 से 30 सितम्बर तक किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरूवार को राष्ट्रीय पोषण माह तहत कृषि विज्ञान केन्द्र कोलीपुरा में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संजय त्रिपाठी की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रशिक्षुओं के द्वारा मोटे अनाज के व्यंजन व स्थानिय पोष्टिक व्यंजनो की प्रदर्शनी लगायी गई। कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप मुनगा के पौधे वितरित किए गए। जागृति बोरकर ने मुनागा व पोषण की जानकारी देकर उपयोगी बातें बताई। कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख डॉ. संध्या मुरे ने बहुत ही रोचक तरीके से कृषि विज्ञान केंद्र में पोषण प्रशिक्षण, किचन गार्डन व घरेलू आहार को पोष्टिक बनाने के तरीके बताए। इस दौरान सीमा जैन सीडीपीओ द्वारा स्वच्छता को खेल के माध्यम से बताया गया। उन्होने बताया कि चिप्स, कुरकुरे, पिज्जा व बर्गर के बजाय ताजा पोष्टिक भोजन ज्यादा फ़ायदे वाला है। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग त्रिपाठी व केन्द्र प्रमुख डॉ. मुरे ने व्यंजन प्रदर्शनी का अवलोकन कर विजेताओं का चयन किया।
शासकीय महाविद्यालय में भी पोषण माह के तहत हुआ कार्यक्रम
इसके अलावा हरदा के शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रभारी परियोजना अधिकारी भारती भल्लावी ने बताया कि पोषण माह के तहत आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती संगीता बिले व वरिष्ठ समाजसेवी कमला सोनी ने उपस्थित विद्यार्थियों को स्वच्छता संबंधी जानकारी दी। डॉ. मंजूषा सोनी ने एनीमिया तथा जिला समन्वयक सुश्री उर्वशी पटेल ने पोषण भी पढ़ाई भी संबंधी जानकारी उपस्थित छात्र-छात्राओं को दी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सीमा सोनी ने उपस्थित विद्यार्थियों को आहार संबंधी जानकारी दी और छात्र छात्राओं से पोषण संबंधी प्रश्नोत्तरी की। प्रश्नोत्तरी में महाविद्यालय के विजेता छात्र, छात्रा राजनंदनी निमारे, सुमित, सूरज ठाकुर, बबीता चौहान, कंचन सरवरे, पूजा मोहे, अक्षय, मोनिका, शोभाराम गौर, फाल्गुनी, विष्णु पवार, डोली मालवीय एवं सलोनी को पुरस्कृत किया गया।