अनोखा तीर, हरदा। गुरूवार को पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री के नाम अपर कलेक्टर सतीश राय को ज्ञापन सौंपा है। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले शिक्षकों ने मंडी गेट से लेकर कलेक्टर ऑफिस पहुंच कर जोरदार नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के जिलाध्यक्ष रामकृष्ण गोस्वामी ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पूरे देश भर के कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों के कठिन परिश्रम की बदौलत सरकार ने एनपीएस के स्थान पर क्कस् योजना लागू की हैं। हालांकि यह योजना भी कर्मचारियों के हितों में नही हैं। इस वजह से गुरूवार को देशभर के जिला मुख्यालय पर आक्रोश मार्च आयोजित किया जाकर कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री से पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग की जा रही हैं। गोस्वामी ने बताया कि प्रस्तावित यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस से जुड़ी जो जानकारी केंद्र शासन के प्रतिनिधियों की ओर से मीडिया पर आज तक प्रसारित की हैं। उसमें शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों की सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक सुरक्षा नही हैं। एनपीएस की अंशदान कटौती की राशि भी वापसी योग्य नही हैं। सेवा मे रहते मृत्यु उपरांत पारिवारिक पेंशन के नियम भी विवादास्पद और असंतोषजनक हैं। इस लिहाज से प्रस्तावित यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस वर्तमान में संचालित एनपीएस से भी अधिक खतरनाक प्रतीत हो रही हैं। महिला कार्यकारणी अध्यक्ष सरला बांके ने बताया कि मुख्यमंत्री को सौंपे गये ज्ञापन मे मांग की गई हैं कि मप्र के सभी शिक्षक, कर्मचारियों और अधिकारियों को एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए। नवीन शिक्षक संवर्ग के शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता मान्य कर पेंशन, ग्रेचुइटी और छुट्टी नकदीकरण लाभ दिया जाए। बांके ने बताया कि कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन मे जिलास्तर पर क्रमोन्नति, उच्च पद प्रभार की कार्रवाई, 7वें वेतनमान की किश्त, 4 प्रतिशत डीए का एरियर, अनुकंपा नियुक्ति और बीएलओ के काटे गए वेतन के भुगतान की मांग की गई हैं।
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