छिदगांव मेल की एथेनाल फैक्ट्री की हुई जांच

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-प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जारी की रिपोर्ट  
अनोखा तीर, हरदा।
जिले के ग्राम छिदगांव मेल में स्थित एथेनाल फैक्ट्री के संबंध में प्राप्त शिकायतों के आधार पर कलेक्टर आदित्य सिंह ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल के अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए थे। कलेक्टर के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने गत दिनों जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच दल के साथ फैक्ट्री परिसर का स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में निरीक्षण कर फैक्ट्री से निकलने वाले जल एवं वायु के प्रदूषण स्तर की जांच की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अभय सराफ ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि फैक्ट्री परिसर में दूषित जल के उपचार के लिए रिसायक्लिंग सिस्टम लगा हुआ है। दूषित जल के उपचार के लिए फैक्ट्री में लगी सभी इकाईयां कार्यरत पाई गई। फैक्ट्री परिसर के आसपास के नाले, हैंडपम्प व बोरवेल के पानी के सैम्पल लिए गए। लिए गए पानी के सभी सैम्पल जांच के बाद निर्धारित मानकों के अनुरूप पाए गए। जांच रिपोर्ट में क्षेत्रिय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री सराफ ने बताया है कि फैक्ट्री के पीछे स्थित नाले की जल गुणवत्ता भी सामान्य पाई गई। अत: फैक्ट्री के पानी से भूजल प्रदूषित होने की पुष्टि नहीं होती है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि फैक्ट्री का वाटर ट्रिटमेंट प्लांट चालू स्थिति में है तथा डिजिटल फ्लो मीटर तथा पीटीजेड कैमरे भी लगे हुए है। पूर्व के निरीक्षणों में भी परिसर के बाहर पानी रिसाव की स्थिति नहीं पाई गई है। उन्होने बताया कि एथेनाल फैक्ट्री में बायलर के साथ एक चिमनी लगी हुई है। उद्योग द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रेसीपिटर भी लगाया गया है। साथ ही बायलर से निकलने वाले धुएं की मॉनिटरिंग हेतु ऑनलाइन कंटीन्युअस इमीशन मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगाया गया है, और उसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल तथा केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली के सर्वर से कनेक्ट भी किया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस फैक्ट्री द्वारा निर्धारित स्टेण्डर्ड के अनुसार ही वायु मण्डल में उत्सर्जन किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान स्टेक मॉनिटरिंग को भी मापा गया, जिसके परिणाम निर्धारित स्टेण्डर्ड लेवल के पाए गए निरीक्षण के दौरान परिसर के भीतर किसी भी प्रकार की गंध संबंधी समस्या सामने नहीं आई। रिपोर्ट में क्षेत्रीय अधिकारी श्री सराफ ने बताया है कि फैक्ट्री में कच्चे माल के रूप में राइस व मक्के से एथेलान उत्पादन के दौरान फर्मेंटेशन प्रक्रिया के तहत स्वभाविक रूप से गंध उत्पन्न होती है। उन्होने बताया कि फैक्ट्री प्रबन्धन द्वारा भूजल निकासी के लिए सेंट्रल ग्राउण्ड वाटर अथॉरिटी से अनुमति प्राप्त की गई है और निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया गया है, जिसके माध्यम से वर्षा का पानी जमीन में उतारा जाता है। मौके पर किसी भी प्रकार के प्रदूषित जल के भूमि में जाने की पुष्टि नहीं हुई है और न हीं इसके लिये ऐसा कोई रिवर्स बोरिंग सिस्टम लगा हुआ पाया गया है।

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