भुगतान करने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात पर अड़े
अनोखा तीर, हरदा। मंगलवार को जनसुनवाई में सैकड़ों किसान मूंग भुगतान मामले को लेकर पहुंचे। यहां सही जवाब नहीं मिलने और कलेक्टर आदित्य सिंह के मौजूद नहीं होने पर नाराज होकर जिला पंचायत के मुख्य गेट पर बैठ गए। मूंग भगतान जल्द करने और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई को लेकर अड गए। इस दौरान किसानों का सब्र टूटता दिखाई दिया। सभी किसानों ने नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों ने हम अपना अधिकार मांगते, नही किसी से भीख मांगते, जैसे नारे लगाए। इस दौरान किसानों को संबंधित अधिकारी समझाते दिखाई दिए लेकिन वह कलेक्टर से मिलने की जिद पर अड़े रहे। समझाईश दे रहे अधिकारियों को किसान यह कहते नजर आए की हमें अभी मूंग तुलवाए दो माह से ज्यादा समय बीत गया लेकिन हमारे पैसे नहीं आए। फीस के अभाव में स्कूल वाले हमारे बच्चों को स्कूल से भगा देते है। भुगतान नहीं होने के कारण किसान डिफाल्टर हो गए है। जैसी कई समस्याओं को बता रहे थे। जन सुनवाई समाप्त होने के बाद भी किसान जिला पंचायत गेट पर जमे रहे। उनका कहना था कि कलेक्टर साहब यहां बुलाया जाए। अपर कलेक्टर नार्गाजून बी गौड़ा द्वारा अंत में उन्हें समझाया गया और किसान कलेक्टे्रट जाकर कलक्टर से मिलने के लिए तैयार हुए ।
फिर मिला 24 घंटे में भुगतान होने का आश्वासन
जिला पंचायत से निकलकर सभी किसान कलेक्टे्रट पहुंचे जहां। पांच किसानों ने कलेक्टर आदित्य सिंह से मूंग भुगतान अभी तक नहीं होने और भुगतान कराने को लेकर चर्चा की। किसानों ने बताया कि कलेक्ट ने उन्हें चौबीस घंटे में सभी किसानों का भुगतान किए जाना का आश्वासन दिया है। अब यदि चौबीस घंटे में किसानों का भुगतान नहीं होता है तो किसान आंदोलन करेंगे।
एक ही वेयर हाउस पर 1600 किसानों का 24 करोड़ रुपए बाकी
करीब एक दर्जन गांवों के किसानों का आरोप है कि उन्होंने पिछले दो माह पहले मूंग की फसल रूपी पटेरिया की सोसायटी में समर्थन मूल्य पर बेची थी। एक ही वेयर हाउस पर करीब 1600 किसानों का 24 करोड़ रुपए का भुगतान होना बाकी है। किसानों का कहना है कि जब भुगतान नहीं मिलने को लेकर अधिकारियों से संपर्क किया जाता है तो वह केवल आश्वासन देते है।